नई दिल्ली. तालिबान द्वारा अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद से ही तालिबानी क्रूरता के समाचार सामने आ रहे हैं. आतंकी विशेषकर महिलाओं को निशाना बना रहे हैं. क्रूरता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि एक महिला को तालिबानी आतंकियों ने केवल इसलिए मौत के घाट उतार दिया, क्योंकि उसका बनाया खाना उन्हें पसंद नहीं आया था. अमेरिकी सेना और अशरफ गनी सरकार की मदद करने वालों को तालिबान घर-घर जाकर ढूंढ रहा है. इस दौरान कुछ आतंकी एक महिला के घर पहुंचे और उससे खाना पकाने को कहा था.
‘द सन’ में प्रकाशित समाचार के अनुसार, तालिबान के निर्देश पर महिला ने खाना बनाया, लेकिन आतंकियों को खाने का स्वाद पसंद नहीं आया. इससे नाराज आतंकियों ने महिला को जिंदा आग के हवाले कर दिया. पूर्व अफगान न्यायाधीश और महिला अधिकारों से जुड़े अभियान (‘Every Woman Treaty’) की प्रमुख नज़ला अयूबी ने बताया कि तालिबानियों ने केवल खाना पसंद नहीं आने पर महिला को जिंदा जला दिया.
ज़ी न्यूज़ में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार नज़ला अयूबी ने कहा कि अफगानिस्तान से हर रोज कोई न कोई भयानक घटना सामने आ रही है. आतंकी महिलाओं को प्रताड़ित कर रहे हैं. घर-घर जाकर उन्हें डरा रहे हैं और उनसे अपने लिए जबरन खाना बनवा रहे हैं. इतना ही नहीं, आम अफगानियों से राशन भी लूट रहे हैं. अ तालिबानी लड़ाके जवान लड़कियों को उठाकर ले जा रहे हैं और उनसे शादी कर रहे हैं. पूर्व न्यायाधीश ने कहा, ‘पिछले कुछ दिनों में ही कई युवा महिलाओं को सेक्स स्लेव बनाने के लिए पड़ोसी देशों में भेजा गया है’.
काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद से बड़ी संख्या में लोग हवाई अड्डे पर पहुंच रहे हैं, ताकि वहां से बाहर निकल सकें. विशेषकर महिलाएं जल्द से जल्द अफगानिस्तान से बाहर निकलना चाहती हैं. वो तालिबान के पिछले क्रूर शासन को भूली नहीं हैं.