पत्रकार बिना पक्षपात के राष्ट्रहित में पत्रकारिता करें – अमीश देवगन
फरीदाबाद। प्रदेश स्तरीय देवर्षि नारद जयंती एवं पत्रकार सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने देवर्षि नारद जयंती समारोह की बधाई देते हुए कहा कि वे ब्रह्मांड के प्रथम पत्रकार थे और लोकहित में सर्वप्रथम नारद जी से ही संवाद की विधा शुरु हुई। हमारे सामने नारद जी का चरित्र सत्यता पर अडिग रहने वाले पात्र के रुप में है, जो प्रेरणादायी है। आज के समय में यह कार्य कठिन जरुर है, मगर साथ ही इस मार्ग पर चलने की प्रेरणा भी देता है। हमें जो भी सूचना देनी होती है, वह सत्य और तथ्य पर आधारित होनी चाहिए।
इस अवसर पर प्रख्यात पत्रकार डॉ. अमित आर्य सहित अलग अलग श्रेणियों में मीडिया जगत से जुड़े प्रतिनिधियों को सम्मान स्वरुप प्रशस्ति पत्र, नगद पुरस्कार राशि, स्मृति चिह्न और पटका देकर सम्मानित किया।
उन्होंने कहा कि आज भारत जिस दौर से गुजर रहा है, उसमें कोई भी ऐसा समाचार प्रचारित और प्रसारित ना करें, जिससे समाज भ्रमित हो। यह दौर सोशल मीडिया का है, इसका दायरा और भूमिका भी सरकार के साथ मिलकर तय करने की योजना पर काम चल रहा है। उन्होंने कार्यक्रम में सम्मानित किये गये पत्रकारों को बधाई दी और देवर्षि नारद जी का अनुसरण करने का आग्रह किया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के उत्तर क्षेत्र प्रचारक जतिन कुमार ने कहा कि कोविड के समय में स्वास्थ्य और सुरक्षा कर्मियों का सम्मान हुआ। उन सभी को समाज के सामने लाने वाले पत्रकार भी सम्मान के पात्र हैं और यह कार्य विश्व संवाद केंद्र के प्रयासों से भी हुआ। विश्व संवाद केंद्र, हरियाणा में पिछले 10 वर्षों से जिला एवं प्रदेश स्तरीय देवर्षि नारद जयंती कार्यक्रम एवं सम्मान समारोह आयोजित कर रहा है, जिसमें उत्कृष्ट कार्य करने वाले मीडिया कर्मियों को सम्मानित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कलम में बड़ी ताकत है, पत्रकारों का कार्य केवल देश दुनिया को जानकारी देना नहीं है, अपितु देश दुनिया के हित में जनमत तैयार करना पत्रकारिता का मूल उद्देश्य है।
उन्होंने कहा कि यह कलम की ही ताकत है कि 1943 में जब बंगाल में अकाल पड़ा तो ब्रिटेन संसद में चर्चिल ने इस अकाल में भारत की जनसंख्या और लोगों के प्रति असंवेदनशील टिप्पणी की थी, जिसे उस दौर के विचारकों और पत्रकारों ने जनता को बताया कि यह अकाल ब्रिटेन प्रायोजित षड्यंत्र है। मलाला युसुफ पर जब तालिबान ने हमला किया तो यह मीडिया की ताकत का प्रभाव था कि उसे विश्व मंच पर सम्मान और नोबल पुरस्कार मिला।
उन्होंने कहा कि पत्रकार सम्मान सत्य का सम्मान है, क्योंकि एक पत्रकार ही है जो देश तोड़ने की नीयत रखने वाले तत्वों के फेक नैरेटिव को जनता के सामने लाने का काम करता है। नारद ब्रह्मांड के प्रथम पत्रकार थे, उन्होंने हर परिस्थिति में लोक मंगल के लिए संवाद किया। नारद हर परिस्थिति में हर दौर में लोक कल्याण के लिए कार्य करते रहे हैं। इस देश के इतिहास और परंपराओं को धूमिल करने के लिए ब्रिटेन के साथ साथ वामपंथियों ने भी बड़े षड्यंत्र किए। उन्होंने राम की छवि को धूमिल करने का काम किया, जबकि राम इस देश के आदर्श हैं। जब भी सर्वश्रेष्ठ शासन व्यवस्था की बात होती है तो राम राज्य का उदाहरण सामने होता है। जब सत्य की बात होती है तो राजा हरिश्चंद्र का चरित्र सत्यवादी के रुप में सामने होता है। जब चरित्र की बात आती है तो सती सावित्री का उदाहरण दिया जाता है।
उन्होंने पाकिस्तानी धारावाहिक का उदाहरण देते हुए बताया कि उसमें भी एक पात्र द्वारा अपनी बेगम को सती सवित्री कह कर टिप्पणी करना, इस बात का प्रमाण है कि वह भारत की संस्कृति से भिन्न विचार रखने वाले भी सती सवित्री को एक आदर्श चरित्र में जानते हैं। उन्होंने कहा कि देवर्षि नारद एक पात्र संकल्पना नहीं, सत्य को स्थापित करने वाली जीवन शैली है। पत्रकारिता एक मिशन है, इसको समझना है तो नारद जी की कार्यशैली को समझना होगा। उन्होंने कहा कि भारत को भारत के नजरिये से देखने की आवश्यकता है, विदेशी चश्मे से नहीं।
पत्रकार एवं न्यूज एंकर अमीश देवगन ने कहा कि इस देश में वीर सावरकर को लेकर झूठी भ्रांति फैलाई गई, जिस महान क्रांतिकारी को दो बार काले पानी की सजा हुई, उसे गद्दार बताया गया। अगर वीर सावरकर को समझना है तो उनके जीवन को पढ़ना जरुरी है। हम उन सभ्यताओं से प्रेरणा लेते हैं, जो हमारे से आधी हैं, जबकि भारत की पद्धति विज्ञान आधारित है। पत्रकार के लिए पहले देश है, उसके बाद और कुछ। स्वतंत्रता आंदोलन में पत्रकारों ने अभूतपूर्व कार्य किए थे। यह दौर विमर्श निर्माण का है। गत दिनों पाकिस्तान के साथ हुए संघर्ष के दौरान एक मोर्चे पर जहां सेना लड़ रही थी, वहीं दूसरे मोर्चे पर मीडिया ने अपनी भूमिका निभाई। ऑपरेशन सिंदूर ने पूरे विश्व को यह अहसास करा दिया कि भारत किसी के सामने झुकने वाला नहीं है।