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आज का भारत, हजारों वर्षों व कई पीढ़ियों के अनुभव से बना है – सुनील आम्बेकर

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शिमला. विश्व संवाद केन्द्र, हिमाचल द्वारा आयोजित ‘हिमाचल प्रदेश सोशल मीडिया मीट-2023’ में 400 से अधिक इंफ्ल्यूएंसर और क्रिएटर्स ने भाग लिया. प्रदेश के सोशल मीडिया प्रभावकों (Influencers) को एक मंच पर एकत्रित करने और राष्ट्र, समाज व प्रदेश के लिए सार्थक संवाद से जोड़ने के उद्देश्य से आयोजित सोशल मीडिया मीट में, फ़ेसबुक, यू-ट्यूब, इंस्टाग्राम, ट्विटर (X), आदि प्लेटफार्म पर सक्रिय क्रिएटर्स ने भाग लिया.

12 दिसंबर को बिलासपुर में आयोजित कार्यक्रम में अतिथि व वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आम्बेकर, हिमाचल प्रांत कार्यवाह डॉ. किस्मत कुमार तथा अभिनेत्री कंगना रनौत ने अपने विचार साझा किए.

सुनील आम्बेकर ने कहा कि भारत एक दिन का स्वप्न नहीं है; आज का भारत, हजारों वर्षों व कई पीढ़ियों के अनुभव से बना है. देश का कोई कोना ऐसा नहीं है, कोई समुदाय ऐसा नहीं है, कोई ज़िला ऐसा नहीं, जहां से लोगों ने देश की स्वाधीनता के लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर स्वाधीनता के लिए योगदान न दिया हो.

उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर लिखी गई या कही गई कोई भी अच्छी बात व्यर्थ नहीं जाती, इसलिए हमें शुद्ध मन से लिखने का प्रयास करना चाहिए. उन्होंने सोशल मीडिया क्रिएटर्स से देश के विरुद्ध चलने वाले वितर्क से बचने व परिवार और संस्कृति को पत्तन से बचाने में अपना योगदान देने का आग्रह किया.

डॉ. किस्मत कुमार ने कहा कि यदि हम भारत-भक्ति का विचार, अपने कंटेंट में लाएं, तो देशहित में बड़ा कार्य हो सकता है. सोशल मीडिया हमारी सोच को सहज रूप से बदलने का माध्यम है, जिसे सोशल मीडिया क्रिएटर्स देशहित में प्रयोग कर सकते हैं.

कंगना रनौत ने कहा कि आधुनिकता के बहाव में बहकर अपनी संस्कृति को भुला देना हमारी सबसे बड़ी गलती रही है. सोशल मीडिया इंफ्ल्यूएंसर, नयी पीढ़ी को समाज और भारतीय संस्कृति के लिए हानिकारक तत्वों से बचाने में अहम योगदान दे सकते हैं. उन्होंने सोशल मीडिया क्रिएटर्स से ‘राष्ट्र सर्वोपरि’ के नारे से जुड़ने का आग्रह किया.

बिलासपुर के संस्कृति भवन में आयोजित राज्य-स्तरीय कार्यक्रम में उत्तर क्षेत्र प्रचार प्रमुख तथा विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय अन्य प्रबुद्ध जन उपस्थित रहे.

अपने ध्येय वाक्य – संवादात सौहार्दम – अर्थात् ‘संवाद से सौहार्द’ के अनुरूप, इस कार्यक्रम के माध्यम से हिमाचल प्रदेश के प्रतिभाशाली प्रभावकों को एक मंच मिला है. इस मंच के माध्यम से संपर्क में आये प्रभावकों को परस्पर जानकारी साझा करने और संगठित होकर अपने चयनित क्षेत्र में कार्य करने में मदद मिलेगी.

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