संजीव कुमार
देश में तीन तलाक के मामले थम नहीं रहे हैं. झारखंड के रामगढ़ में तनवीर अंसारी ने गोला थाना क्षेत्र के बंदा निवासी जसमीन खातून को फोन पर ही तीन तलाक दे दिया. जसमीन का विवाह वर्ष 2017 में तनवीर अंसारी के साथ हुआ था. निकाह में 80 हजार रुपये नगद, बाईक सहित अन्य आवश्यक सामग्री दी गई थी. लेकिन, निकाह के कुछ महीने बाद ही ससुराल वाले दहेज के लिए जसमीन को प्रताड़ित करने लगे. जसमीन के पिता द्वारा दो बार 50-50 हजार ररुपये दिये गये. लेकिन, प्रताड़ना का दौर थमा नहीं. 23 अप्रैल को तनवीर ने जसमीन को फोन पर ही तीन तलाक दे दिया. साथ ही घर से निकल जाने की धमकी दी. मामले को सुलझाने की काफी कोशिश जसमीन के परिवार वालों ने की. लेकिन, तनवीर के परिवार वाले उसको घर से निकालने पर अमादा थे. ससुर जाहिर अंसारी, सास आसमां खातून, देवर साबिर अंसारी और ननद हिना परवीन ने जसमीन को मार-पीट कर अंततः घर से निकाल दिया. अंततः वह एक रिश्तेदार के यहां गई और मायके वालों को फोन कर अपनी आपबीती सुनाई. पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली है. इस मामले में तनवीर के भाई शाहिद आलम को 20 जून को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया.
इसी तरह का एक मामला गढ़वा में भी सामने आया है. सदर थाना के दरमी नावाडीह निवासी अहमद शेख ने अपनी पत्नी को फोन पर ही तीन तलाक दे दिया. 06 फरवरी की सुबह फोन कर अहमद शेख इस्तेखार ने अपनी पत्नी नजरीना इस्तेखार को फोन कर तलाक दे दिया. इन दोनों का निकाह मई, 2008 में हुआ था. शादी के समय नजरीना के वालिद ने अपने सामर्थ्य के अनुसार दहेज दिया था. शादी के बाद वह अपने पति के साथ गुजरात के बडोदरा चली गई. शादी के एक वर्ष बाद ही उसके ससुराल वाले उस पर पांच लाख रुपया दहेज लाने का दबाव देने लगे. विरोध करने पर सभी उसे प्रताड़ित करते थे. इसी बीच उसका पति रोजगार के लिए कतर चला गया. 04 फरवरी, 2020 को वह गढ़वा आया. 05 फरवरी को उसने मझिआंव थाना क्षेत्र के सरकोनी निवासी राहत परवीन से दूसरी शादी कर ली. जब नजरीना ने इस पर आपत्ति जताई तो उसके पति ने उसे फोन पर गाली देते हुए फोन पर ही तीन तलाक दे दिया और कहा कि अब उसके साथ उसका कोई रिश्ता नहीं है. पीड़िता की आठ वर्ष की बेटी भी है. पति द्वारा तलाक दिये जाने के बाद उसने तुरंत बड़ोदरा थाना में ससुराल पक्ष के लोगों के विरूद्ध मामला दर्ज कराया. गुजरात पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपियों पर दबिश बढ़ाई. गुजरात पुलिस गढ़वा भी आई. लेकिन, सारे आरोपी घर से फरार हैं.