उदयपुर. उदयपुर महानगर के घुमंतू जाति उत्थान न्यास की बैठक विद्या निकेतन बालिका विद्यालय में संपन्न हुई. विभाग संघचालक हेमेंद्र श्रीमाली, प्रांत घुमंतू कार्य प्रमुख प्रभुलाल कालबेलिया, सह घुमंतू कार्य प्रमुख पुष्कर लोहार तथा प्रांत संस्कार केंद्र प्रमुख नरेंद्र सोनी उपस्थित रहे.
बैठक में पुष्कर लोहार ने घुमंतू समाज के गौरवशाली इतिहास और वर्तमान स्थिति के बारे में और घुमंतू जाति उत्थान न्यास द्वारा घुमंतू समाज में किए जाने वाले कार्यों, प्रकल्प के बारे में विस्तार से जानकारी दी. स्वाधीनता के 75 वर्ष बाद भी घुमंतू समाज के बंधु मुख्यधारा से कटे हुए हैं तथा शिक्षा के अभाव के कारण अपने अधिकारों से वंचित रह जाते हैं तथा आर्थिक रूप से पिछड़ जाते हैं. इस कमी को पूरा करने के लिए ग्रामीण क्षेत्र के घुमंतू जाति समाज के बच्चों के लिए उदयपुर शहर में एक छात्रावास व आठ बाल संस्कार केंद्र की आवश्यकता तथा उसमें जन सहभागिता की बात रखी गई.
प्रभुलाल कालबेलिया ने वर्तमान में चल रहे “डॉ. हेडगेवार घुमंतू समाज छात्रावास” में समाज के सहयोग से कक्षा 6 से 8 में अध्यनरत 19 छात्रों में परिवर्तन के संबंध में जानकारी दी गई.
दीपक शुक्ल ने संघ कार्य व्यक्ति निर्माण विषय पर उपस्थित बंधुओं को जानकारी दी. इस अवसर पर छात्रावास संचालन समिति के नामों की घोषणा की गई. बैठक का संचालन महानगर घुमंतू कार्य प्रमुख चुन्नीलाल पटेल ने किया.