राष्ट्र सेविका समिति जोधपुर प्रांत के प्रवेश शिक्षा वर्ग व घोष वर्ग की शिक्षार्थी सेविकाओं ने शुक्रवार प्रातः की शाखा जसवन्त थडा (मेहरानगढ़) में लगाई। शाखा में सांघिक शारीरिक कार्यक्रमों के बाद राष्ट्र सेविका समिति की प्रमुख संचालिका शांता अक्का जी का पाथेय सेविकाओं को प्राप्त हुआ।
समिति के कार्य व संगठन पर उन्होंने कहा कि संगठन कार्य करते समय अपना कार्य औपचारिक और अनौपचारिक दोनों पद्धतियों से होता है… न्यूनतम औपचारिक स्वरूप व सामूहिकता के बोध हेतु, एक शाखा है। जहां हम सामूहिक कार्यक्रम करते हैं और दूसरा गणवेश है, जहां एक दृश्य से एकात्म स्वरूप दिखता है। इस सामूहिकता के अनुशासन से हमें संगठन में विसर्जित होने का संस्कार और एकता का दर्शन व दृश्य रूपी विश्वास दिखता है। गणवेश हमारी सांगठनिक पहचान भी है, अतः अपनी प्रतिष्ठा और गरिमा का सूचक है…. गणवेश केवल वस्त्र, वेशभूषा मात्र नहीं तो अपने संगठन भाव और कार्य श्रद्धा का भी आधार है।
इस पूर्ण आवासीय प्रवेश वर्ग की 238 शिक्षार्थी सेविकाएं पूर्ण गणवेश में अपराह्न वाहनों द्वारा क़िले के पास जसवन्त थडा पर पहुँची। शाखा के दौरान विभिन्न कार्यक्रमों का प्रदर्शन रखा गया।
गण समता, योगासन, व्यायाम योग शारीरिक कार्यक्रमों से सेविकाओं ने सिद्धता दिखाई व भारत माता का स्मरण करते हुए देशभक्ति शौर्य का संकल्प लिया।
आदर्श विद्या मन्दिर उच्च माध्यमिक विद्यालय, कमला नेहरू नगर, जोधपुर में राष्ट्र सेविका समिति का प्रांतीय प्रवेश शिक्षा वर्ग 1 जून तक चलेगा। वर्ग में तरुणियां, गृहणी सेविकाएं प्रशिक्षण के लिए सहभागी हुई हैं।
इस अवसर पर गणवेश शाखा में अध्यक्षता डॉक्टर शिखा जी ने की। वर्ग अधिकारी सरोज न्योल, प्रान्त कार्यवाहिका डॉ. सुमन रावलोत, सहित राष्ट्र सेविका समिति की प्रान्त व विभाग की विभिन्न पदाधिकारी उपस्थित रहीं।