पटना. आगामी वर्ष की कार्य योजना एवं वर्तमान में चल रहे कार्यों की समीक्षा के लिए इस बार कोरोना महामारी की परिस्थितियों को देखते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की क्षेत्र-स्तर की बैठक पटना में होगी. 5-6 दिसंबर को होने वाली बैठक में संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहनराव भागवत, सरकार्यवाह भय्याजी जोशी भी इसमें उपस्थित रहेंगे. बैठक में बिहार-झारखण्ड से संघ के 40 कार्यकर्ता भाग लेंगे.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की कार्य पद्धति में प्रतिवर्ष नित्यप्रति चल रहे अपने कार्यों की समीक्षा व आगामी कार्यों की योजना के लिए कार्यकारी मंडल की नियमित बैठक दीपावली के समीप रहती है. इसमें प्रांत संघचालक, कार्यवाह, प्रचारक ऊपर के दायित्व वाले कार्यकर्ता उपस्थित रहते हैं. इस वर्ष यह बैठक उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में होनी थी, लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना के कारण बैठक को स्थगित करना पड़ा. बदलते परिवेश व शासकीय दिशा-निर्देशों के अनुपालन को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया कि यह बैठक अखिल भारतीय स्तर पर न करके क्षेत्र अनुसार की जाए. ऐसा पहली बार हो रहा है. संघ ने अपने कार्य को सुचारू रूप से चलाने के लिए देश को 11 क्षेत्रों में बांटा हुआ है. जिनमें से उत्तर-पूर्व क्षेत्र (बिहार-झारखंड) की बैठक का आयोजन पटना में किया जा रहा है. इसी प्रकार सारे देश में ये बैठकें संपन्न हो रही हैं.
बैठक में सेवा कार्यों पर होगी समीक्षा
बैठक दो दिन चलेगी, जिसमें कोरोना-19 में स्वयंसेवकों द्वारा किए गए सेवा कार्यों की चर्चा व समीक्षा होगी. साथ ही कोरोना-19 से प्रभावित जनजीवन, शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वावलंबन, स्वदेशी आदि गंभीर व समसामयिक विषयों पर भी चर्चा होगी. बदलते परिवेश में संघ द्वारा 95 वर्षों से निरन्तर व्यक्ति निर्माण के कार्य, कार्यक्रम, नित्य चलने वाली शाखाओं के स्वरूप पर भी चर्चा होने की संभावना है.