मुंबई. भारत को स्वतंत्रता मिले काफी समय बीत चुका है, लेकिन जनजाति क्षेत्र अभी भी मूल सुविधीओं से वंचित हैं. उन्हें मूलभूत सुविधाएं प्रदान करने तथा उनके आर्थिक उत्थान के लिए सामाजिक विकास संगठन केशव सृष्टी द्वारा विभिन्न रूपों में परियोजनाएं चलाई जा रही हैं. समाज जनों के उद्धार के लिए हर प्रकार के प्रयास करने वाली केशव सृष्टी हर माह लक्ष्य लेकर कार्य को पूरा करती है. केशव सृष्टि द्वारा जून 2021 में पूर्ण किए गए कुछ कार्यों की संक्षिप्त जानकारी….
कोविड से प्रभावित परिवारों के लिए ‘अक्षय सहयोग योजना‘
केशव सृष्टी ने कोविड से प्रभावित परिवारों की सहायता हेतु अक्षय सहयोग योजना १४ मई २०२१ को प्रारंभ की थी. योजना का मुख्य उद्देश्य प्रभावित परिवारो को संपर्क करके योग्य समय पर योग्य प्रकार की सहायता प्रदान करना है, जिससे उन्हें अपने जीवन को आगे बढ़ाने में सहायता मिले. योजना के माध्यम से रोजगार, कौशल्य विकास, राशन, शिक्षा, मानव स्वास्थ्य परामर्श, विवाह सहायता, व्यावसायिक शिक्षण, न्यायिक सहायता और मासिक स्कॉलरशिप दी जा रही है. १५० प्रभावित परिवारों से संपर्क किया जा चुका है, उनमें से ३९ परिवारों को योजना का लाभ मिला.
वाडा तहसील के १५ गावों में बढ़ते कोविड संक्रमण को ध्यान में रखते हुए औषधीय वनस्पति की खेती पर जोर दिया गया है. गिलोय प्रतिरक्षा प्रणाली बढ़ाने में अत्यधिक फायदेमंद है. गिलोय को भारत सरकार के तहत स्वस्थ जीवन के लिए आयुष मंत्रालय के औषधीय पौधों के राष्ट्रीय बोर्ड द्वारा “अमृता फॉर लाईफ योजना” के माध्यम से ३ हजार गिलोय के पौधे लगाए गए. इसी तहसील के अन्य १० गावों में २ हजार पौधे लगाने का योजना है.
आरोग्य रक्षक दांपत्य प्रशिक्षण सत्र
केशव सृष्टी ग्राम विकास योजना वाडा कार्यालय में आरोग्य रक्षक दांपत्य के प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया था. १० चयनित दंपत्तियों में से ७ दंपत्तियों ने प्रशिक्षण में भाग लिया. आरोग्य प्रमुख डॉ. सुरेश सरवडेकर और डॉ. विशाल झा मार्गदर्शक थे. प्रशिक्षण के दौरान डॉ. सुरेश सरवडेकरजी ने स्वास्थ्य संबंधी विभिन्न मुद्दों पर व्याख्यान दिया. कोविड-19 टीकाकरण के बारे में गलत धारणाओं के बारे में बात की. आरोग्य दंपत्तियों के कर्तव्य और दायित्व के बारे में जानकारी दी.
वैश्विक महामारी कोविड के बढ़ते प्रसार को कम करने के लिये सरकार के माध्यम से टीकाकरण करने पर जोर दिया जा रहा है. सरकार के माध्यम से टीकाकरण शुरु हुआ है, विभिन्न सरकरी टीकाकरण और स्वास्थ केंद्रों की मांग के अनुसार केशव सृष्टी द्वारा हैंड ग्लव्ज़ का वितरण किया गया. वाडा के ग्रामीण रुग्णालय में २ हजार, परली के प्राथमिक आरोग्य केंद्र में १ हजार, प्राथमिक आरोग्य केंद्र में २ हजार, पोशेरी के कोविड केयर सेंटर में १ हजार, वाडा तहसील वैद्यकीय अधिकारी २०००, कुल ८ हजार हैंड ग्लव्ज़ का वितरण किया गया.
५ हजार से अधिक नागरिकों का टीकाकरण
मुंबई के विले पार्ले और अंधेरी में १८ से ४४ वर्ष की आयु के ५ हजार से अधिक लोगों को टीका लगाया गया.
वाडा ग्रामीण रुग्णालय में शेड का निर्माण
ग्रामीण रुग्णालय वाडा तहसील में एक मात्र सरकारी रुग्णालय है. बड़ी संख्या में इलाज के लिए पूरे तहसील से नागरिकों का आना जाना रहता है. साथ ही अस्पताल कोविड टीकाकरण का केंद्र भी है, इसी वजह से बड़ी संख्या में नागरिक टीकाकरण के लिए आते है. धूप और बारिश में आने वाले नागरिकों को कोई असुविधा न हो, इसी हेतु से केशव सृष्टी द्वारा शेड का निर्माण किया गया.
सौर लैंप का वितरण अभियान
पालघर जनजातीय जिला है. जिले में आजादी के बाद भी कुछ भागों में अब तक बिजली नहीं पहुंची है. जव्हार तहसील के पिंपलशेत ग्राम पंचायत के सुदूर और उपेक्षित गांव हुंबरण, माडविहारा और सुकीचा माळ गांव में केशव सृष्टी ने मॉनसून से पहले २६० परिवारों मे सौर लैंप का वितरण किया.
डाहे गाव में ११ शौचालयों का निर्माण
डाहे स्थित बोचलपाडा गांव में शौचालय न होने के कारण ग्रामीणों को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ता था. उनके सुविधा के लिए केशव सृष्टी ने ११ शौचालयों का निर्माण किया गया.
महिलाओं को हस्तशिल्प का प्रशिक्षण
केले के पेड से फाइबर का उत्पादन किया जा सकता है. केले के बुंधे से बना धागा मजबूत और मुलायम होता है. इसे आसानी से मनचाहे आकार में मोड़ा जा सकता है. बावली गांव की मंगल फाइबर कंपनी में १० महिलाओं को इसी फाइबर से राखी के लिए धागा, रस्सी, डस्टर जैसी विभिन्न हस्तशिल्प वस्तुओं को बनाने के लिए प्रशिक्षित किया गया. प्रशिक्षण ने महिलाओं को रोजगार के अवसर प्रदान किए.