मेवात (हरियाणा) की स्थिति पर विहिप महामंत्री मिलिंद परांडे का वक्तव्य
फरीदाबाद. हरियाणा का मेवात जो कभी भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं का स्थान रहा है. दुर्भाग्य से आज जेहादी षड्यंत्रों से त्रस्त होकर अपना चरित्र खो चुका है. मेवात में महाभारत कालीन कई तीर्थस्थल हैं, परन्तु आज वहां हिन्दुओं के मंदिरों पर जिहादियों द्वारा कब्जा किया जा रहा है और कई मंदिरों में हिन्दू प्रवेश भी नहीं कर सकता. वह स्थान जो बीसवीं शताब्दी के प्रारंभ में हिन्दू बहुल था. आज धर्मांतरण के कुचक्र के कारण मुस्लिम बहुल बन गया है और वहां हिन्दू का जीना दूभर हो गया है. जेहादी तत्व अनियंत्रित होकर हिन्दुओं पर अकल्पनीय व अमानवीय अत्याचार कर रहे हैं. हिन्दू महिलाओं के अपहरण, छेड़खानी व शीलभंग की घटनाएं होती रहती हैं. हरियाणा में गो हत्या प्रतिबंध का कानून होने के बावजूद वहां पर खुलेआम गाय काटी जाती है. हिन्दुओं के जबरन धर्मांतरण की घटनाएं तथा हिन्दू लड़कियों के विवाह समारोह पर हमला करके सामान लूट लेना व लड़कियों को उठाने की शिकायतें भी आती रहती हैं.
आज वहां हिन्दू का जीना दूभर हो गया है, इसलिए कई स्थानों से हिन्दू पलायन भी कर रहा है. वहां 103 गांव हिन्दू शून्य हो गए हैं और 90 से अधिक गांव ऐसे हैं जहां 5 से कम हिन्दू परिवार बचे हैं. जेहादी तत्व मेवात को हिन्दू शून्य बनाकर हरियाणा में एक और कश्मीर बनाना चाहते हैं.
मेवात आतंकवादियों, बांग्लादेशी घुसपैठियों और बर्बर रोहिंग्याओं का अभयारण्य बन चुका है. गत वर्ष मेवात में दो जांच आयोग गए थे. दोनों ने पाया कि मेवात में हिन्दुओं की स्थिति बहुत दयनीय है. कमजोर वर्ग में विशेष रुप से अनुसूचित जाति के भाई-बहन यहां पर जिहादियों के निशाने पर हमेशा रहते हैं.
इन अत्याचारों के बावजूद अब वहां हिन्दू आत्मरक्षार्थ खड़ा होने लगा है. मेवात से बाहर का हिन्दू समाज भी अपने भाई-बहनों की रक्षा में साथ दे रहा है, इसके परिणामस्वरूप वहां जिहादियों को चेतावनी देने के लिए हिन्दुओं की कई महापंचायत हो चुकी हैं. विहिप इस जागरण का स्वागत करती है तथा हिन्दू समाज को और अधिक जागृत तथा सबल बनाने के लिए कटिबद्ध है.
मेवात के पीड़ित समाज की हरियाणा के मुख्यमंत्री से समस्याओं के समाधान की अपेक्षाएं हैं. एक वर्ष पहले मुख्यमंत्री मेवात जाकर वहां की स्थिति का स्वयं आकलन करके आए थे तथा कुछ ठोस कदम उठाने का आश्वासन भी दिया था. विहिप यह अपेक्षा करती है कि वे इन घोषित उपायों को शीघ्र क्रियान्वित करेंगे, जिससे मेवात में कानून का राज्य स्थापित हो सके और हिन्दू स्वाभिमान के साथ रह सके. विहिप मेवात के निकटस्थ हिन्दू समाज से अपील करती है कि उन्हें अपने हिन्दू भाई बहनों की रक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहना चाहिए. मेवात के हिन्दुओं से भी विहिप आह्वान करती है कि हिन्दू की पहचान ‘पलायन नहीं पराक्रम’ है. इसलिए अपने धर्म, बेटी और जमीन की रक्षा के लिए उन्हें कटिबद्ध रहना चाहिए. हमारा संकल्प है कि हम मेवात की पुरातन पहचान जो भगवान श्री कृष्ण से जुड़ी है, को अवश्य पुनर्स्थापित करेंगे.
डॉ. सुरेंद्र जैन, संयुक्त महामंत्री विहिप