जयपुर. जनसंख्या समाधान फाउंडेशन के प्रदेश अध्यक्ष नारायण राम चौधरी ने सहकार मार्ग स्थित सेवा सदन में लंपी से हो रही गायों की मौत को लेकर प्रेस वार्ता की. पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि आज राजस्थान में लंपी बीमारी ने भयंकर रूप ले लिया है. लाखों गोवंश बीमारी से पीड़ित है एवं लाखों गोवंश काल के मुंह में समा गए हैं. अकेले बीकानेर जिले में 50 हजार से अधिक गोवंश मरने की सूचना है. इस बीमारी से ग्रस्त गौमाता तड़प तड़प कर मर रही है. सरकार संवेदनहीन हो गई है. गहरी नींद में सो रही है. गायों को बचाने में नाकामयाब रही है. अगर सरकार गायों को नहीं बचा सकती तो नैतिकता के आधार पर त्यागपत्र दे देना चाहिए. हमारी 9 मांगों पर सरकार को तुरंत गौर करके कार्यवाही करनी चाहिए.
- लंपी बीमारी को पशु आपदा घोषित किया जाए एवं अधिक से अधिक डॉक्टर तथा कर्मचारियों को इस बीमारी की रोकथाम के लिए लगाया जाए
- लंपी बीमारी की समुचित जांच की जाए एवं फैलने के कारण उजागर किए जाएं
- स्वामीहीन गोधन को पकड़ कर इनको अलग स्थान पर रखा जाए
- गौशालाओं की समुचित जांच हो एवं स्वस्थ एवं बीमार गायों को अलग रखा जाए
- मृत गायों का समुचित निष्पादन किया जाए ताकि कोई बीमारी ना फैले
- राजस्थान में अधिकांश घरों में आजीविका का जरिया गौ माता ही है, जिन पशुपालकों की गायों की मौत हो गई है. उन पशुपालकों को प्रति गाय 50 हजार मुआवजा दिया जाए
- जिन पशु पालकों एवं किसानों की गायों की मौत हो गई है, उन पशु पालकों के लोन माफ किया जाए
- इस बीमारी की रोकथाम के लिए जनता में सरकारी स्तर पर व्यापक प्रचार-प्रसार हो ताकि लोग इसको समझ सके.
- किसानों को इस बीमारी के लिए प्रशिक्षित किया जाए ताकि वह अपने स्तर पर इस बीमारी को रोकने में कामयाब हो, इस काम के लिए स्वयंसेवी संस्थाओं एवं सामाजिक संगठनों का सहयोग लें और हमारा सरकार किसी रूप में सहयोग लेना चाहती हैं तो पशुपालन/ गोपालन विभाग हमें बताएं.