मुंबई की सेवा बस्तियों में जनकल्याण समिति ने शुरू किया अभियान
मुंबई (विसंकें). मार्च माह से हम सब कोरोना महामारी से जूझ रहे हैं. लॉकडाउन के पश्चात जून माह से विभिन्न राज्यों में कुछ पाबंदियों के साथ अनलॉक की प्रक्रिया भी शुरू हुई. संकट काल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जनकल्याण समिति ने करीब 68 लाख लोगों को खाना, ५० हजार से अधिक परिवारों को भोजन सामग्री पहुंचाई थी. सेनेटाइजर, मास्क, सेनेटरी पैड्स, रक्तदान, PPE किट वितरण किया गया.
महामारी के कारण सभी स्तर के लोगों की आर्थिकी पर प्रभाव पड़ा है. घरों में काम करने वाली महिलाएं, रेहड़ी-ठेले पर सामान बेचने वाले, मजदूरी करने वाले, छोटे छोटे व्यवसाय करने वाले से लेकर बड़े उद्योग समूह भी प्रभावित हुए हैं.
जुलाई से नवंबर के दौरान देश में अनेक उत्सव मनाए जाते हैं. दीपावली का त्यौहार हर देशवासी हर्षोल्लास से मनाता है. लेकिन आज कोरोना महामारी की विचित्र, विपरीत परिस्थिति में कुछ बस्तियों में यह आनंद कहीं अधूरा न रह जाए.
इसे ध्यान में रखकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जनकल्याण समिति ने सब के घर हो खुशहाल दीपावली, हम सब की जिम्मेदारी अभियान की योजना बनाई है. इसके तहत मुंबई में बस्तियां चिन्हित कर उनमें १० हजार परिवारों तक समाज के सहयोग से दीपावली के विभिन्न पकवान पहुंचाने की तैयारी की है. प्रत्येक परिवार को ५०० रुपये तक के पकवान जैसे लड्डू, चकली, नमकीन सेव, चिड़वा, आदि दी जाएगी. इसी के साथ घी और सूजी(रवा) के पैकेट्स भी शामिल होंगे.
जनकल्याण समिति, मुंबई महानगर द्वारा पिछले २५-३० वर्षों से वनवासी क्षेत्रों में दीवाली उपहार दिए जाते हैं. इसमें दीवाली के पकवान, मिष्ठान्न, नमकीन आदि शामिल रहते हैं. इस साल समिति ने मुंबई की सेवा बस्तियों के लिये यह योजना बनाई है. वहीं, समाज में रहने वाले दाताओं से भी अभियान में सहयोग का आह्वान किया है.
कोरोना संकट के कारण सेवा बस्तियों में रहने वाले अधिकांश लोग प्रभावित हुए हैं. इन्हें मूलभूत सुविधाओं की कमी से भी जूझना पड़ रहा है, दीपावली पर इनके घर भी जगमग हों, दीपावली का पर्व इन सबके घर पर आनंद के साथ मनाया जा सके, इसे ध्यान में रखते हुए जनकल्याण समिति ने योजना बनाई है.