गाजियाबाद।
छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक के अवसर पर नवयुग मार्केट स्थित बलिदान पथ पर हिन्दू साम्राज्य दिवस उत्सव आयोजित किया गया। भगवा पताकाएं लहलहा रही थीं, जावा मोटरसाइकिल पर मराठी वेशभूषा में पगड़ीधारी महिलाओं के जत्थे की आभा देखते ही बनती थी। ठाकुरद्वारा मंदिर से कलश लेकर निकली महिलाओं ने जैसे ही बलिदान पथ पर प्रवेश किया वातावरण सात्विक ऊर्जा से सराबोर हो गया। खड्ग वाहिनी की बालिकाओं के तलवार बाजी का प्रदर्शन देखते ही जय शिवाजी, जय भवानी के जयघोष गूँज उठे।
कार्यक्रम का शुभारंभ भारत माता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन, कवि वागीश दिनकर, कवि दीपक दीप के ओजस्वी कविता पाठ से हुआ।
मुख्य अतिथि महाराणा प्रताप की 77वीं पीढ़ी, मेवाड़ के महाराजा विश्वराज सिंह जी ने कहा कि भारत के पश्चिमी क्षेत्र में मेवाड़ शासन द्वारा चौकियों की स्थापना कर बाहरी आक्रमणों से देश को सुरक्षित किया गया। मेवाड़ के इतिहास में महिलाओं का उल्लेख करते हुए बताया कि रानी पद्मावती, रानी कर्णावती, पन्नाधाय, मीराबाई का गौरवशाली प्रेरणादायी स्थान है। आधुनिक युग में परिवार परम्परा को सबल करने के लिये महिलाओं को विशेष सजग रहने का आग्रह किया। उन्होंने महाराणा प्रताप का स्मरण करने और उनके परिवार को इतना महत्व देने के लिये ग़ाज़ियाबाद की जनता का धन्यवाद किया।
मुख्य वक्ता अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने कहा कि हिन्दू समाज के स्वाभिमान के साथ रोज़ समझौता किया जा रहा है, हिन्दू हित की बात उठाने वालों को जेल में डाला जा रहा है। अकबर और टीपू सुल्तान के चित्र संविधान के पृष्ठ पर रानी लक्ष्मीबाई के साथ रखा गया है, ये कैसी विडंबना है? देश में सेक्युलर बनने की होड़ लगी है। उन्होंने कहा कि 22 जनवरी, 2024 भारत के इतिहास का बड़ा दिन है।उन्होंने कहा कि हमें छत्रपति शिवाजी महाराज के स्वप्न को साकार करना है, जिसमें ज्ञानवापी को मुक्त करवाकर उसका सम्मान लौटाना है। ज्ञानवापी के माध्यम से विश्व में धर्म की स्थापना होगी।
कार्यक्रम अध्यक्ष राहुल सिंह ने कार्यक्रम को समाज के लिये अति आवश्यक बताया। इस अवसर पर बाल शिवा के स्वरूपों का राज्याभिषेक मंत्रोच्चार के साथ किया गया।
नाटकबाज थियेटर ग्रुप ने नाट्य मंचन किया, जिसमें शिवाजी के समय की परिस्थितियों का सटीक चित्रण किया गया। कार्यक्रम के अंत में भारत माता आरती ने वातावरण को राष्ट्र भाव से ओतप्रोत कर दिया। कार्यक्रम का संचालन सचिन सिंहल ने किया।