जबलपुर. विश्व हिन्दू परिषद अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने कार्यकर्ता विकास, और दायित्व बोध पर विषय रखा. उन्होंने मांग की कि हिन्दू मंदिरों को केंद्रीय कानून के तहत केंद्र सरकार समाज को सौंपे.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक प्रवीण जी ने कहा कि कार्यकर्ता निर्माण, नेतृत्व क्षमता के साथ ही (कृतित्व, नेतृत्व, व्यक्तित्व, समर्पण, तत्वनिष्ठ), होकर कार्य करने की पद्धति संघ सिखाता है. हमें तत्वनिष्ठ होकर, राष्ट्रहित में कार्य करना है.
बैठक की अध्यक्षता महाकौशल प्रान्त के प्रांताध्यक्ष लक्ष्मण सिंह जी ने की. बैठक में मध्य क्षेत्र के मंत्री राजेश जी तिवारी, महाकौशल प्रान्त संगठन मंत्री सुरेन्द्र सिंह जी चौहान सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे. बैठक का संचालन महाकौशल प्रान्त मंत्री ललित जी पारधी ने किया.
विहिप कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने जबलपुर में प्रेस को संबोधित करते हुए विभिन्न विषयों पर जानकारी दी तथा कहा कि इन सभी विषयों को लेकर अभियान चलाया जाएगा.
- मतांतरण का कुचक्र – देश में लंबे समय से हिन्दू समाज के विरुद्ध चल रहे षड्यंत्र के तहत मतांतरण पर तुरन्त रोक लगनी चाहिए. सेवा के नाम पर चल रहे ईसाई मिशनरीज के “कुचक्र”, लव-जिहाद, लैंड जिहाद आदि विषयों पर समाज को जाग्रत करने के लिए विभिन्न स्तर पर आंदोलन चलाए जाएंगे. धर्मांतरण रोकने के लिये राज्य सरकारें कठोर कानून बनाएं.
- हिन्दू मंदिरों को समाज को सौंपें – हिन्दू मंदिरों को अविलंब केंद्र सरकार, केंद्रीय कानून के तहत, हिन्दू समाज को सौंपे ताकि समाज सनातन परंपरा के अनुसार पूजा अर्चना कर सके एवं उनके प्रबंधन की संपूर्ण व्यवस्था निभा सके. प्राचीन काल से ही गुरुकुल परंपरा के अनुसार मंदिरों द्वारा धार्मिक कार्यों के अतिरिक्त शैक्षणिक कार्य एवं सुसंस्कृत, राष्ट्रभक्त नागरिक निर्माण करने का दायित्व पूर्ण किया है. मंदिरों की संपत्ति पर सरकार का नियंत्रण होने से सतत दुरुपयोग होता रहा है, अतः मंदिरों को हिन्दू समाज को सौंपा जाना चाहिए..
- सेवा एवं सामाजिक समरसता के माध्यम से अनुसूचित जाति एवं जनजाति, हिन्दू समाज और सेवा बस्तियों में, सेवा, संस्कार, शिक्षा और स्वावलंबन की दृष्टि से विश्व हिन्दू परिषद, अधिक ताकत के साथ जन आन्दोलन के रूप में कार्य करेगी.