नई दिल्ली. यदि लाहौर (पाकिस्तान) विश्व स्तर पर सबसे अधिक प्रदूषित शहर है और इस मुद्दे की व्यापक रूप से चर्चा होती है, तथा पाकिस्तान में भी परोक्ष रूप से स्वीकार किया जाता है. तो फिर सवाल यह कि साल-दर-साल भारत में प्रदूषण के लिए हिन्दू त्योहारों और पटाखों को दोष क्यों दिया जाता है, ‘प्रतिबंधित’ क्यों किया जाता है? पाकिस्तान में तो पटाखे नहीं जलाए जाते….
रिपोर्ट्स के अनुसार, “एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 400 से ऊपर जाने के बाद लाहौर को भारत की राजधानी नई दिल्ली को पीछे छोड़ते हुए दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर घोषित किया गया है.” एक अन्य पाकिस्तानी शहर कराची चौथे स्थान पर है.
दुनिया के सबसे प्रदूषित शहर पाकिस्तान के लाहौर में इन दिनों लोगों का बुरा हाल है. लोगों ने जहरीली गैस से जल्द से जल्द छुटकारा दिलाने की गुहार लगाई है. जल्द ही समाधान निकालने की जरूरत है नहीं तो कई लोगों की जिंदगी खतरे में पड़ सकती है.
एयरविजुअल मॉनिटरिंग प्लेटफॉर्म का संचालन करने वाली स्विस प्रौद्योगिकी कंपनी आईक्यूएयर के आंकड़ों के अनुसार, सबसे खराब हवा पाकिस्तान के लाहौर की दर्ज की गई. यहां का एक्यूआई 419 रहा, तो दिल्ली में एक्यूआई 286 रिकॉर्ड किया गया.
दुनिया के दस प्रदूषित शहरों में दो भारत के
आईक्यू एयर द्वारा जारी दुनिया के टॉप-10 शहरों की सूची में भारत के दो शहर शामिल हैं. इसमें दूसरे स्थान पर दिल्ली है, जिसकी वायु गुणवत्ता सूचकांक 286 है. तीसरे स्थान पर कराची है.
अब देखना है कि हिन्दू त्योहारों को लेकर दुष्प्रचार करने वाला गैंग और पटाखा विरोधी लॉबी अपने एजेंडा को आगे बढ़ाने के लिए अधिक शोध करेगी या चुप बैठ जाएगी.
दुनिया में इन शहरों की हवा सबसे प्रदूषित
लाहौर, पाकिस्तान (एक्यूआई-419)
दिल्ली, भारत (एक्यूआई-286)
कराची, पाकिस्तान (एक्यूआई-212)
शेनयांग, चीन (एक्यूआई-196)
चेंगदू, चीन (एक्यूआई-195)
ढाका, बांग्लादेश (एक्यूआई-179)
हनोई, वियतनाम (एक्यूआई-169)
मुंबई, भारत (एक्यूआई-163)
चोंग्किंग, चीन (एक्यूआई-161)
स्कोपिया, उत्तरी मैसीडोनिया (एक्यूआई-159)