शिमला. श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण निधि समर्पण अभियान के निमित्त प्रांत कार्यालय नाभा में कार्यक्रम आयोजित किया गया. अभियान समिति के प्रांत अध्यक्ष एस.एस. ठाकुर (सेवानिवृत मुख्य न्यायाधीश उच्च न्यायालय) ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की, विश्व हिन्दू परिषद् के केन्द्रीय संरक्षक दिनेश चन्द्र मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे.
दिनेश चन्द्र ने कहा कि मकर संक्रांति से प्रारंभ होकर माघ-पूर्णिमा (27 फरवरी) तक चलने वाले इस सघन अभियान में कार्यकर्ता देश के पांच लाख से अधिक गांवों के 13 करोड़ परिवारों से संपर्क कर व उन्हें श्रीराम जन्मभूमि से सीधे जोड़कर रामत्व के प्रसार में लग गए हैं. हिमाचल प्रदेश में भी कार्यकर्ता टोलियों द्वारा प्रदेश के 13 लाख परिवारों में 65 लाख लोगों से सम्पर्क शुरू हो गया है. उन्होंने कहा कि हर जाति, मत-पंथ, भाषा के लोगों के सहयोग से श्रीराम मंदिर वास्तव में एक राष्ट्र मंदिर का रूप लेगा. असंख्य रामभक्तों के संघर्ष व बलिदान को नमन् करते हुए उन्होंने प्रत्येक रामभक्त से रामकाज के लिए बढ़-चढ़ कर आगे आने का आह्वान किया. जिसके लिए समाज के सभी वर्गों के लोग इस पुनीत कार्य में लगे हुए हैं, उसके लिए रामभक्त भी दिल खोलकर मंदिर निर्माण में अपनी श्रद्धा अनुसार निधि समर्पित कर रहे हैं.
श्रीराम जन्मभूमि पर बनने वाले मंदिर की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि श्रीराम मंदिर तीन मंजिला रहेगा. प्रत्येक मंजिल की ऊंचाई 20 फीट, लंबाई 360 फीट तथा चौड़ाई 235 फीट होगी. सम्पूर्ण मंदिर परिसर 108 एकड़ भूमि पर निर्माण होने वाला है, जिसमें पुस्तकालय, अभिलेखागार, संग्रहालय, अनुसंधान केन्द्र, यज्ञशाला, सत्संग भवन, सीता रसोई, धर्मशाला इत्यादि रहेंगे.
भगवान के कार्य में धन बाधा नहीं हो सकता. आर्थिक विषय में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए न्यास ने 10, 100 तथा 1000 रुपये के कूपन व रसीदें छापी हैं. समाज जैसा देगा उसी के अनुरूप कार्यकर्ता कूपन या रसीद दे रहे हैं. अधिक निधि समर्पण करने वालों को आयकर की धारा 80जी की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी. संपर्क अभियान के तहत प्रदेश में तेरह लाख घरों में भगवान के मंदिर का चित्र व श्रीराम जन्मभूमि का साहित्य भी घर-घर पहुंचने का कार्य जारी है.
कार्यक्रम के पश्चात अभियान समिति के सभी प्रमुख पदाधिकारी महार्षि वाल्मीकी मंदिर, कृष्णानगर (शिमला) में गए तथा अभियान की जानकारी उपस्थित लोगों के समक्ष रखी. कार्यक्रम में कुछ राम भक्तों ने एक लाख रुपये से अधिक की निधि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए समर्पित की. महर्षि वाल्मीकी सभा कृष्णानगर, सनातन धर्म सभा गंजबाजार शिमला, अग्रवाल सभा शिमला ने निधि समर्पण का संकल्प किया.