रायपुर. दुर्ग जिले में ईसाई मिशनरियों द्वारा करवाए जा रहे मतांतरण को लेकर क्षेत्र के युवाओं में रोष बढ़ता जा रहा है. मतांतरण की घटनाओं पर अंकुश न लग पाने के कारण विरोध प्रदर्शन का मार्ग अपनाया है. घटनाओं के विरोध में हिन्दू युवा मंच की ओर से निकाले गए आक्रोश मार्च में बड़ी संख्या में युवाओं ने भाग लिया.
युवाओं ने दुर्ग जिले के अग्रसेन चौक से लेकर कलेक्ट्रेट परिसर तक एक पैदल मार्च निकाला. जिसमें बड़ी संख्या में हिन्दू युवा मंच के कार्यकर्ता और आसपास के क्षेत्र के युवा सम्मिलित हुए.
युवाओं ने ईसाई मिशनरियों के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए सरकार से मतांतरण की घटनाओं पर अंकुश लगाने की मांग की, तथा उन्हें क्षेत्र के भोले-भाले लोगों को बरगला कर धर्मांतरण ना करने की चेतावनी भी दी. इस दौरान प्रदर्शनकारियों के हाथों में धर्मांतरण करा रहे ईसाई मिशनरियों के विरुद्ध पोस्टर भी थे.
हिन्दू युवा मंच के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट का घेराव करने का प्रयास किया, जिसे वहां तैनात पुलिस बल द्वारा रोक दिया गया. हालांकि पुलिस द्वारा सख्ती दिखाने के बावजूद प्रदर्शनकारी कलेक्ट्रेट परिसर के पास डटे रहे और डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने के बाद ही वहां से हटने को तैयार हुए.
हिन्दू युवा मंच के प्रतिनिधि मंडल द्वारा डिप्टी कलेक्टर जागेश्वर कौशल को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया. जिसमें प्रदेश में बढ़ रहे धर्मांतरण के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग रखी गई है.
हिन्दू युवा मंच के कार्यक्रम प्रभारी मंगल सिंह राजपूत ने बताया कि प्रदेश में विगत कई महीनों से ईसाई मिशनरियों द्वारा हिन्दुओं को प्रलोभन देकर मतांतरण कराए जाने की शिकायत हिन्दू युवा मंच को मिल रही थी. उसी के विरोध में हमने यह आक्रोश मार्च निकाला है.
जब से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आई है, मतांतरण के मामले में तेजी से बढ़ोतरी देखी जा रही है.
प्रदर्शन कर रहे युवाओं ने ईसाई मिशनरियों पर पैसे का प्रलोभन देकर आर्थिक रूप से कमजोर हिन्दुओं को धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित करने का आरोप लगाया.
प्रदेश में मतांतरण का बड़ा षड्यंत्र चलाया जा रहा है. यहां तक की युवाओं के बीच धर्मांतरण को बढ़ावा देने के लिए ड्रग्स का भी प्रयोग किया जा रहा है. अगर राज्य सरकार इस विषय को लेकर सख़्ती से कार्रवाई नहीं करेगी तो हम मजबूरन उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे.
गौरतलब है कि पिछले कुछ महीनों से प्रदेश में धर्मांतरण को लेकर सरकार और हिंदू संगठनों में आर पार की लड़ाई छिड़ी हुई है.
वहीं प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों से आ रहे धर्मांतरण की खबरों के बीच मुख्य विपक्षी दल भाजपा भी सरकार के विरुद्ध इस विषय को लेकर प्रदर्शन कर रही है. हालांकि प्रदेश की कांग्रेस सरकार इस विषय पर कोई भी सख्त फैसला लेने से बचती रही है.