राजपुरा, (विसंके पंजाब). राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पंजाब प्रांत प्रचारक श्री किशोरकांत जी ने कहा है कि देश के संविधान में जम्मू-कश्मीर के लिये अनुच्छेद 370 का प्रवधान अस्थायी तौर पर किया गया था लेकिन राजनीतिक दलों ने अपने संकार्ण दलीय स्वार्थ व वोट बैंक के लिये इसको स्थायी प्रावधान बनाकर रख दिया है. फलस्वरूप, जम्मू-कश्मीर की हालत नाजुक बन गयी है. किशोरकांत जी ने देश के व्यापक हित के लिये इसे समाप्त करने का आह्वान किया, जिससे राज्य की उन्नति के साथ ही नागरिकों का भला हो सके.
अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद (अ.भा.अ.प.) के तत्वाधान में स्थानीय मिनी सचिवालय में ‘अनुच्छेद 370’ पर आधारित गोष्ठी में श्री किशोरकांत जी ने अनुच्छेद -370 को देशहित के विपरीत बताते हुए कहा कि इससे विघटनकारी शक्तियों को बल मिल रहा है. उन्होंने कहा कि आज भी देश के नागरिकों या विभाजन के समय पाकिस्तान से जम्मू-कश्मीर में आकर बसे विस्थापितों को अभी तक वहां की नागरिकता प्राप्त नहीं हुई है. फलस्वरूप, उनके पास राज्य विधानसभा के लिये मताधिकार भी नहीं है.
अ.भ. अधिवक्ता परिषद के प्रांत अध्यक्ष श्री सुभाष लटावा जी ने गोष्ठी में भाग लेने के लिये जिले के सभी अधिवक्ताओं और गणमान्य लोगों को धन्यवाद किया.