नई दिल्ली. तिब्बत स्थित कैलाश मानसरोवर यात्रा पर गए भारत और अन्य देशों से लगभग 5000 हिंदू तीर्थ यात्रियों के साथ चीनी सरकार के आदेश पर चीनी सैनिकों द्वारा किए गए अमानवीय व्यवहार और उनको परिक्रमा के बाद स्नान ना करने देने पर भारत तिब्बत सहयोग मंच के महामंत्री पंकज गोयल ने इस कृत्य की कड़े शब्दों में निंदा की. उन्होंने भारत सरकार से मांग की है कि भारत सरकार तत्काल प्रभाव से चीन सरकार से बात करे और यात्रियों को अविलंब स्नान करने की व्यवस्था कराए और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करे. चीनी सामान पर प्रतिबंध लगाएं. नहीं तो भारत तिब्बत सहयोग मंच देशभर में प्रदर्शन करेगा. उन्होंने कहा कि कैलाश मानसरोवर में चीन सरकार के आदेश के कारण कैलाश मानसरोवर की परिक्रमा के बाद स्नान करने की जो प्रथा है, उससे सैनिकों ने मना कर दिया. इससे संपूर्ण विश्व के हिंदुओं में बड़ा रोष है. यह हिंदुओं की आस्था पर बहुत बड़ा कुठाराघात है. एक तीर्थयात्री जीवन में एक बार लाखों रुपए खर्च करके बड़ी मुश्किल से कैलाश मानसरोवर की यात्रा कर पाता है और अगर वहां जाकर उसकी आस्था के अनुसार वह स्नान ना कर सके, इससे दुःख की बात और क्या हो सकती है. सरकार मामले को संज्ञान में लें.
विवेक मिश्र
राष्ट्रीय प्रचार प्रमुख, भारत तिब्बत सहयोग मंच