सहारनपुर. पाकिस्तानी हिंदुओं के लिये नव वर्ष शुभ समाचार लेकर आया है. भारतीय इतिहास शोधकर्ता सुरेंद्र कोछड़ की ओर से पाकिस्तानी हिंदुओं की सुरक्षा और उनके अधिकारों के लिये की जा रही जद्दोजहद के चलते पाकिस्तानी हिंदू लड़कियों को बहुओं के रूप में अपनाने के लिये उत्तर प्रदेश के जिला सहारनपुर के गांव मिरगपुर के हिंदू परिवार आगे आये हैं.
पाकिस्तान में प्रतिदिन हो रहे हिंदू युवतियों के जबरन धर्मांतरण व बलात्कार की घटनाओं का मामला प्रकाश में आने के बाद देवभूमि हरिद्वार के संतों ने समस्या के हल की जिम्मेदारी ली और श्री कृष्णायन गोलोक धाम ऋषिकेश, भागीरथी धाम हरिद्वार के महामंडलेश्वर स्वामी ईश्वर देव, स्वामी कमलानंद, स्वामी आत्मा नंद व स्वामी हरिओम आनंद की ओर से उत्तराखंड, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के हिंदुओं को पहल करने के लिये प्रेरित किया गया.
इस पर जिला सहारनपुर के गांव मिरगपुर के हिंदू परिवारों ने पाकिस्तानी हिंदू लड़कियों को बहुओं के रूप में अपनाने का फैसला लिया है. मिरगपुर के हिंदुओं ने यह भी विश्वास दिलाया है कि पाकिस्तान से विवाह करके उनके गांव लाईं गई बहुओं को अपनी बेटियों के समान प्यार व सम्मान देंगे.
मिरगपुर है एक अनूठा सात्विक गांव
कोछड़ के मुताबिक बाबा फकीरदास की तपोस्थली गांव मिरगपुर अपने आप में एक अनूठा गांव है. यहां 10 हजार के करीब गुज्जर हिंदू रह रहे हैं और चारों ओर मुस्लिम बहुल आबादी वाले गांवों से घिरे मिरगपुर गांव में विगत 400 वर्षों से कभी लहसुन, प्याज, तंबाकू, मांस, मदिरा का इस्तेमाल नहीं किया गया है. यहां सात्विक आहार के अतिरिक्त किसी अन्य वस्तु के सेवन पर सख्त मनाही है.