बरेली. उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में सोमवार को उपद्नवियों ने पुलिस चौकी को घेर कर हमला कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने उपद्रवियों को खदेड़ने के लिए लाठीचार्ज किया. भीड़ के हमले में पुलिस अधिकारी सहित कुछ पुलिस कर्मी घायल हुए हैं. मुख्यमंत्री ने प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर घटित इस प्रकार की घटनाओं पर संज्ञान लिया तथा पुलिस को निर्देश दिए हैं कि ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.
घटना इज्जतनगर थाना क्षेत्र के करमपुर चौधरी गांव की है. दरअसल, वैरियर वन चौकी पुलिस को सूचना मिली थी कि करमपुर चौधरी गांव में लोग लॉकडाउन का पालन नहीं कर रहे हैं, गुट बनाकर सड़कों पर टहल रहे हैं. साथ ही गांव वाले कुछ बाहरियों की जानकारी भी छिपा रहे हैं. गांव में लॉकडाउन के दौरान कुछ लोग सड़क के किनारे इकठ्ठा होकर ताश खेल रहे हैं. सूचना पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची थी और उन्हें लॉकडाउन के दौरान एक जगह इकट्ठा होने से रोका था. जिस पर लोग विरोध करने लगे और पुलिस के साथ हाथापाई शुरू कर दी. पुलिस टीम कुछ लोगों को अपने साथ पुलिस चौकी ले आई. कुछ देर बाद ही ग्राम प्रधान के उकसावे पर 300-350 लोगों की भीड़ ने पुलिस चौकी को घेरकर हमला कर दिया. भीड़ को तितर बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. आईपीएस अधिकारी व पुलिस कर्मी घायल हुए हैं.
अभिषेक वर्मा ने कहा कि लोग लॉकडाउन का पालन नहीं कर रहे थे. जिसके बाद उनमें से कुछ लोगों को पकड़कर चौकी लाया गया. लेकिन पीछे से ग्राम प्रधान तसब्बुर खां के उकसावे पर भीड़ ने चौकी पर हमला कर दिया. सूचना आलाधिकारियों को दी गई, जिसके बाद पुलिस बल मौके पर पहुंचा. पुलिस ने लाठीचार्ज करते हुए भीड़ को तितर बितर किया और वापस गांव में खदेड़ा.
घटना के पश्चात पुलिस ने तलाशी अभियान शुरू किया. जिसमें घरों की छतों पर पत्थर मिले हैं, जिसके आधार पर पुलिस ने गांव में ड्रोन से निगरानी करवाने का निर्णय लिया है. पुलिस कार्रवाई में बाधा बनी तीन महिलाओं सहित 42 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. देर रात तसव्वुर को भी गिरफ्तार कर लिया गया. वहीं 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने, धारा 144 का उल्लंघन, हत्या का प्रयास, सरकारी संपत्ति को क्षति पहुंचाने, बवाल करने का मुकदमा दर्ज किया गया है.
घटना के संबंध में बरेली एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि बवाल में अभी तक 43 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. बाकी लोगों को चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.