जयपुर (विसंकें). राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जयपुर प्रांत के सह प्रांत प्रचारक डॉ. शैलेन्द्र जी ने कहा कि उत्सव का मूल संदेश श्रद्धा, भक्ति और बुराई पर अच्छाई की जीत है. विदेशों में कहा जाता है कि भारत से संयुक्त परिवार, एकजुटता एवं अध्यात्म सीखना चाहिए. यह मानव के सार्वभौमिक उत्थान के लिए जरूरी है. इस समय विदेशों में हिन्दू संस्कृति की ओर रूझान बढ़ रहा है, यही कारण है कि 2013 से अमेरिका की संसद में दीपावली समारोह नियमित रूप से मनाया जा रहा है. इस बार के दीपावली उत्सव में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी शामिल हुए. डॉ. शैलेन्द्र जी शनिवार को पाथेय कण के दीपावली स्नेह मिलन समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि आज हिन्दू संस्कृति सम्पूर्ण विश्व में सर्वाधिक तेजी से बढ़ रही है. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र संघ के पूर्व महासचिव कोफी अन्नान के कथन को दोहराया कि अगर विश्व में शांति हो सकती है तो हिन्दू संस्कृति से ही संभव है. पाथेय कण पत्रिका की समाज में उपयोगिता एवं भारतीय संस्कृति में अमूल्य योगदान को बताते हुए कहा कि यह अपने आप में एक अनूठी व पूर्ण भारतीय सांस्कृतिक पत्रिका है.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद, राम कुमार वर्मा जी ने श्रीराम व रामायण को प्रेरणादायक बताया व उसकी श्रेष्ठता पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि पं दीनदयाल उपाध्याय जी के विचारों को अपनाकर हर वर्ग का विकास व ऊँच-नीच से परे सबका विकास हो सकता है, उसी पर देश एवं समाज को कार्य करना चाहिए. भारत आज विश्व गुरु बनने की ओर से तेजी से अग्रसर हो रहा है.
कार्यक्रम के अध्यक्ष दूरदर्शन जयपुर के निदेशक रमेश शर्मा जी ने कहा कि जिस दिन व्यक्ति कोई भी अच्छा कार्य निःस्वार्थ भाव से करेगा, उसके लिए वही दिन दिवाली है. संस्कार विश्व की बड़ी से बड़ी शिक्षण संस्थानों में नहीं पढ़ाये जाते. उन्होंने समाज में माता-पिता की प्रेरणादायी शिक्षा को आवश्यक बताया.
पाथेय कण के सम्पादक कन्हैयालाल चतुर्वेदी जी ने स्वागत भाषण में इंग्लैण्ड की प्रधानमंत्री थेरेसा के दीपावली संदेश की चर्चा की. थेरेसा ने अपने संदेश में कहा कि हिन्दू संस्कृति का सर्वोच्च पर्व दीपावली है, श्रीराम के गुणों को अपनाकर जीवन की हर समस्या का निदान कर सकते हैं. इस मौके पर अन्तर्राष्ट्रीय वॉलीबाल खिलाड़ी नरेन्द्र कुमार शर्मा भी मौजूद रहे. नरेन्द्र अपने समय के विश्व के बेहतरीन स्मैशर में से एक थे. 1973-74 में भारत से फ्रांस के खिलाफ खेले. सस्थान के अध्यक्ष गोविन्द प्रसाद अरोड़ा जी ने कार्यक्रम में पधारे गणमान्यजनों का धन्यवाद किया.