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सभी को मिलकर, लोगों में जागृति लाकर महामारी का सामना करना चाहिये – डॉ प्रवीण तोगड़िया

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भुवनेश्वर. “भारतभर में दिनों में १००० से अधिक लोग स्वाइन फ्लू से मरे हैं और २०,००० पीड़ित हुए हैं. फ्लू भारत में महामारी का भीषण रूप ले चुका है, अधिक देरी होने से पहले सभी को मिलकर इस का सामना करना आवश्यक है. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए ) ने मांग की है कि भारत में अभी तुरंत प्राकृतिक आपदा घोषित की जाए और सभी सरकारें आपदा प्रबंधन लग जाएं. केंद्र और राज्य, सभी सरकारें, वैद्यकीय व्यावसायी जैसे- डॉक्टर्स, अस्पताल, नर्सेज, दवा दुकानें, दवा बनाने वाली सभी कंपनियां, रुग्णवाहिकाएँ, सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाएं आदि स्वाइन फ्लू का प्रसार रोकना/त्वरित और निःशुल्क जांच तथा उपचार/लोगों में लक्षण और प्रतिबन्ध कैसे करें, इस विषय में जागृति लाना ये सभी कार्य अधिक गति से करें. स्थानीय निकाय(ग्राम सभा/नगरपालिका/महानगरपालिका आदि) आरोग्य और सफाई का प्रबंधन तुरंत युद्ध स्तर पर करें, समाज लोग/संस्थाएं/ज्ञाति संगठनाएं/मठ-मंदिर/शालाएं – महाविद्यालय/बड़ी छोटी कम्पनियां सभी मिलकर जान-जागृति में लग जाएं, ताकि स्वाइन फ्लू का द्रुतगति प्रसार रोका जा सके.

इंडिया हेल्थ लाइन द्वारा हमने २ -३ दिनों में ५००० मास्क मुफ्त बांटे है और आगे जल्द ही ५०,००० से अधिक मास्क बांटने जा रहे हैं. सहयोग मिले तो और भी बाँट सकते हैं. कैंसर सर्जन इंडिया हेल्थ लाईन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं विहिप के आंतर्राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष डॉ प्रवीण तोगड़िया ने जानकारी दी.

डॉ तोगड़िया ने इंडिया हेल्थ लाईन के प्रयासों की जानकारी भी दी. ब्लड प्रेशर, शुगर, हीमोग्लोबिन, वजन आदि की प्रारम्भिक जांच इंडिया हेल्थ लाईन के ‘हेल्थ एम्बेसेडर’ लगातार कर रहे हैं. फरवरी २०१४ में आरम्भ हुयी इंडिया हेल्थ लाईन ने अब तक 850 कैम्पों में निशुल्क जांच कर अनेकों को आगे निशुल्क सलाह (स्पेशलिस्ट डॉक्टरों से ) हेतु भेजा है, ताकि रोगों में बढ़ोतरी ना हो.

“समाज के सभी वर्गों को नियमित/वार्षिक सम्पूर्ण वैद्यकीय जांच के लिये जागृत करना, प्रेरित करना देश को स्वस्थ बनाने में महत्त्व का कदम है. धनवान भी ऐसी नियमित जांच कई बार नहीं कराते, कारण यह ना करने के गंभीर परिणामों की जानकारी ही नहीं होती है. महिलाओं का स्वास्थ्य समाज के हर वर्ग में दुर्लक्षित रहता है. इसलिए वे भी नियमित जांच नहीं करवाती. महिलाओं के लिये ख़ास ‘ओजस्विनी प्रकल्प’ शुरू किया है, जो महिलाओं के आरोग्य के लिये समर्पित है. मध्यम वर्ग के लोगों को कम खर्चे में, आस पास उपलब्ध हो, सम्मान से मिले. ऐसा ‘बजट पैकेज’ दिया तो वे अवश्य नियमित जांच कराएंगे. गरीबों के लिये सरकारी अस्पतालों के साथ अनेक ट्रस्टों के अस्पताल भी आगे आएं, ताकि उन्हें निशुल्क प्रारम्भिक जांच उपलब्ध हो. नियमित वार्षिक या अर्धवार्षिक वैद्यकीय जांच के लिये इंडिया हेल्थ लाईन ने देशभर में जागरूकता योजना बनायी है, जिसमें सामान्य नागरिक समझ पाएं, इस भाषा में जानकारी देना, कैम्प्स कर उन्हें आगे की जांच और समय पर उपचार के लिये प्रेरित करना, आदि अनेक कार्यक्रम होंगे. इस में डॉक्टर्स, वैद्यकीय संगठन, विद्यार्थी, महिलायें, अस्पताल, सरकारें और समाज के सभी लोग साथ मिलकर काम करेंगे तो भारत को ‘स्वस्थ राष्ट्र, समृद्ध राष्ट्र, सुखमय राष्ट्र’ बनने में देर नहीं लगेगी.

इंडिया हेल्थ लाईन अपने राष्ट्रीय कॉल सेंटर (क्रमांक:1860-233-3666) द्वारा जरूरतमंद रुग्णों को देश के कई हिस्सों में स्पेशलिस्ट डॉक्टरों से जांच में निशुल्क मदद कर ही रही है.

डॉ तोगड़िया जी ने स्वाइन फ्लू को ‘भीषण महामारी ‘ कहा और सभी से आह्वान किया कि इंडिया हेल्थ लाईन के अभियान में सभी आगे आकर हाथ बंटाएं, तभी ‘एच १ एन १’ विषाणु को रोक कर स्वाइन फ्लू फैलना कम हो पाएगा और देश के कई नागरिकों के प्राण बचेंगे. “इंडिया हेल्थ लाइन ने स्वाइन फ्लू के विषय में जन-जागृति अभियान अपने फेस बुक पेज, ट्विटर पर चलाया है ही, लेकिन भारत में करोड़ों लोग गरीब हैं, जिन के पास एक समय की रोटी के लिए पैसा नहीं, वे फोन और इंटरनेट कहां से लाएंगे ! इसीलिए इंडिया हेल्थ लाईन के ३०,००० से अधिक ‘हेल्थ एम्बेसेडर ‘ गाँवों कस्बों में, गली कूचों में जाकर लोगों को अपनी सफाई, बहते पानी से हाथ धोना (महंगे साबुन या फेन्सी हैंड सेनीटायझर/हेंड वाश से ही हाथ साफ होते हैं. ऐसा नहीं, नल/पंप/ नदी के बहते पानी से भी हाथ से जंतु दूर रह सकते हैं), सादा और घर का जीवनसत्त्वयुक्त खाना लेना, साफ पानी पीना, सर्दी-जुकाम, छींकें हो तो मुंह पर रुमाल/मास्क लगाना/ अनिवार्य ना हो तो भीड़ वाली जगहों पर (सिनेमा/मॉल/बगीचें ) आदि ना जाना/ स्वयं के ही मन से दवाइयां ना लेना/ डॉक्टर की सलाह समय पर लेना, इन विषयों में लोगों को जागृत कर रहे हैं.

केंद्र और सभी राज्य सरकारों को आश्वासन देते हुए डॉ तोगड़िया जी ने कहा ,”सभी सरकारें स्वाइन फ्लू को महामारी, प्राकृतिक आपदा घोषित करें और इंडिया हेल्थ लाइन से जुड़े २०,००० से अधिक विशेषज्ञ डॉक्टर्स और ३०,००० से अधिक हेल्थ एम्बेसडर की मजबूत प्रतिबद्ध टीम सरकारों के कंधे से कंधा मिलाकर भारत को खतरनाक महामारी से मुक्त करने के अभियान में जुट जाने को तैयार है. स्वस्थ भारत, सुखमय भारत!”

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