गाजियाबाद (विसंकें). ज्योति सेवा ट्रस्ट द्वारा स्थानीय एबीईएस में आयोजित व्याख्यान कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ कृष्ण गोपाल जी ने कहा कि भारत की पहचान उसके दर्शन एवं विचार से है, जिसमें मैं को परमात्मा का अंश माना है. मैं का बहुवचन हम अविभाज्य है जो सबके मंगल की कामना करता है. हमारे दार्शनिकों, संतों ने विश्व कल्याण की बात कही है. समाज के लिये अधिकतम देना ही उत्तम मार्ग है, जिस पर चलकर ही भारत का भविष्य अच्छा होगा. उसमें हम भी सहभागी बनें.
सह सरकार्यवाह जी हमारा सामाजिक दायित्व बोध विषय पर व्याख्यान दे रहे थे. ज्योति सेवा ट्रस्ट की स्थापना सरस्वती शिशु मंदिर के कुछ पूर्व छात्रों ने समाज के अन्य सेवाभावी लोगों के सहयोग से की है. ट्रस्ट का प्रमुख उद्देश्य पश्चिमी उत्तर प्रदेश क्षेत्र में चल रहे ग्रामीण क्षेत्रों के सरस्वती शिशु मंदिरों में सेवारत आचार्य, प्रधानाचार्य एवं कर्मचारियों के प्रतिभाशाली छात्रों को उत्तम शिक्षा एवं मार्गदर्शन प्रदान कर योग्य इंजीनियर, डॉक्टर एवं प्रशासनिक अधिकारी बनाना है. इन विद्यार्थियों को निःशुल्क उत्तम सुविधायें प्रदान कर उच्च शिक्षा दिलाना तथा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाना उद्देश्य है. ट्रस्ट के संरक्षक राकेश जैन ने बताया कि श्रद्धेय ज्योति जी ने अपना सम्पूर्ण जीवन समाज एवं राष्ट्र सेवा के लिये समर्पित किया. अपने प्रचारक जीवन में उन्होंने कार्यकर्ताओं एवं शिक्षक संस्थाओं के विकास में अमूल्य सहयोग प्रदान किया. शिक्षा एवं समाज के प्रति उनकी संवेदना के अनुरुप ही यह ट्रस्ट समर्पित है. इस ट्रस्ट के अध्यक्ष नगर के प्रमुख उद्योगपति धुरेन्द्र गोयल, सचिव सचिन सिंघल तथा कोषाध्यक्ष राहुल सिंह है. कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ चिकित्सक वीएन अरोड़ा ने की. अरोड़ा जी ने ट्रस्ट के उद्देश्यों एवं कार्यों की सराहना की.