नई दिल्ली. रेल राज्यमंत्री सुरेश सी. अंगाड़ी ने रेलटेल द्वारा सीएसआर के अंतर्गत उपलब्ध करवाई मोबाइल मेडिकेयर यूनिट/वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इन मोबाइल मेडिकेयर यूनिट का सेवा भारती द्वारा संचालन किया जाएगा, जो सोसायटी अधिनियम के अंतर्गत पंजीकृत एक गैर सरकारी संगठन है. दिल्ली के विभिन्न स्लम क्षेत्रों के गरीब और जरूरतमंद लोगों को उनके दरवाजे पर सेवा भारती चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराएगी. मोबाइल डिस्पेंसरी में एक डॉक्टर और सहायक कर्मचारी होगा जो सेवा बस्तियों में रह रहे लोगों का उनके दरवाजे पर ही बुनियादी उपचार करेंगे.
मेडिकेयर यूनिट के बारे में रेल राज्य मंत्री सुरेश सी. अंगाड़ी ने कहा कि ‘जरूरतमंद लोगों को चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में रेलटेल और सेवा भारती का यह एक उत्कृष्ट प्रयास है. दिल्ली में कई अविकसित क्षेत्र हैं, जो इस पहल से लाभान्वित होंगे.’
सेवा भारती दिल्ली के प्रांत संगठन मंत्री सुखदेव भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली की 662 सेवा बस्तियां (स्लम एरिया) हैं. इन सभी बस्तियों में स्वास्थ्य संबंधित अनेक असुविधाएं रहती हैं. छोटी-छोटी बीमारियों से स्वास्थ्य लाभ पाने के लिए वहां के मजदूर वर्ग को सरकारी अस्पताल में जाने पर लाइन में 4 से 6 घंटे खराब हो जाते हैं और उसकी पूरे दिन की आजीविका चली जाती है. सेवा भारती के सचल चिकित्सालय उसके सुविधाजनक समयानुसार प्रातः या दोपहर में लंच के समय चिकित्सा उपलब्ध करवाते हैं, जब मजदूर के पास समय होता है और वह अपनी दवाएं लेकर काम पर चला जाता है. वैन में प्राथमिक उपचार की सभी सुविधाओं के साथ एमबीबीएस डॉक्टर रहते हैं. एक मोबाइल चिकित्सालय एक दिन में दो या तीन सेवा बस्तियों में जाता है और एक दिन छोड़कर दोबारा उन बस्तियों में जरूरतमंदों का उपचार करता है. अभी दो मोबाइल चिकित्सा यूनिट दिल्ली के दक्षिणी तथा पूर्वी विभाग की सेवा बस्तियों में चिकित्सा सेवा उपलब्ध करवाएंगी.
रेलटेल के सीएमडी पुनीत चावला ने कहा कि ‘रेलटेल सीएसआर गतिविधियों के माध्यम से जरूरतमंद लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने पर केन्द्रित है. चिकित्सा सेवा तक पहुंच लोगों के मौलिक अधिकारों में से एक है. लेकिन, हमारे देश में बहुत से लोग खराब वित्तीय स्थितियों के कारण चिकित्सा सुविधाएं वहन नहीं कर सकते. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि मेडिकल वैन अत्यंत जरूरतमंद लोगों में से कुछ की मदद अवश्य कर पाएंगीं.
वर्तमान में रेलटेल डिजिटल शिक्षा उपलब्ध करवाने के लिए देश में 7 डिजिटल लर्निंग सेंटरों को सहायता उपलब्ध करा रही है. ये केन्द्र मेवात (हरियाणा), सतना (मध्य प्रदेश), वाराणसी (उत्तर प्रदेश) – 2, बोकारो (झारखंड), लालबाग (दिल्ली) में स्थित हैं. रेलटेल नई दिल्ली के जहांगीरपुरी में महिलाओं के लिए एक कौशल विकास केन्द्र को भी प्रायोजित कर रहा है. यह केन्द्र महिलाओं को विभिन्न कौशल जैसे, सिलाई, डिजिटल प्रशिक्षण आदि का प्रशिक्षण दे रहा है.