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स्वयंसेवक समरस समाज निर्माण के लिए सज्जन शक्ति का जागरण करें – सुनील कुलकर्णी जी

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इन्दौरा (विसंकें). राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पिछले 92 वर्षों से सज्जन शक्ति का जागरण कर समाज में समरसता लाने हेतु अपनी दैनन्दिन शाखाओं के माध्यम से निरंतर सक्रिय है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय शारीरिक प्रमुख सुनील कुलकर्णी जी भप्पू, इंदौरा स्थित मिनर्वा ग्रुप ऑफ कॉलेज में हिमाचल प्रांत के संघ शिक्षा वर्ग प्रथम वर्ष सामान्य व विशेष के समारोप कार्यक्रम में संबोधित कर रहे थे.

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सेवानिवृत एसडीओ एवं इंदौरा के प्रसिद्व समाजसेवी सतपाल सिंह कंवर रहे. कार्यक्रम में प्रथम वर्ष विशेष के वर्गाधिकारी राजकुमार वर्मा तथा प्रथम वर्ष सामान्य के वर्गाधिकारी सेवानिवृत ए.डी.जी.पी. हि.प्र. पुलिस कश्मीर चंद सडयाल, मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय शारीरिक प्रमुख सुनील कुलकर्णी जी थे. 26 जून से 16 जुलाई तक चले संघ शिक्षा वर्ग में हिमाचल प्रदेश सहित पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, महाराष्ट्र, उत्तराखण्ड राज्यों से प्रथम वर्ष सामान्य के 163 एवं विशेष वर्ग के 191 सहित कुल 354 शिक्षार्थी सम्मिलित हुए. वर्ग में कुल 26 शिक्षक, 72 प्रबंधकों द्वारा व्यवस्थाओं का कुशल संचालन किया गया.

इंदौरा क्षेत्र के 3200 परिवारों से सम्पर्क कर बीस दिनों हेतु वर्ग में 80000 रोटियां पहुंचाई गई. शिक्षार्थियों ने समापन समारोह कार्यक्रम में अनेक प्रकार के शारीरिक कार्यक्रमों का प्रदर्शन किया गया. ध्वज प्रदक्षिणा, योगासन, निःयुद्ध, दण्ड, दण्ड युद्ध, पदविन्यास, खेल व घोष का स्वयंसेवकों ने प्रदर्शन किया. इसके साथ ही शिक्षार्थी स्वयंसेवकों ने वर्ग गीत और एकल गीत भी प्रस्तुत किया.

मुख्य वक्ता सुनील कुलकर्णी जी ने कहा कि संघ का लक्ष्य देश की सज्जन शक्ति का जागरण कर  प्रत्येक व्यक्ति में चरित्र का निर्माण करना है. इस देश में रहने वाला समाज अपना है, इस हेतु समरस समाज का निर्माण करना आवश्यक है. इसी कारण यह वर्ग आयोजित किये जाते हैं. इनमें प्रशिक्षण लेकर स्वयंसेवक समाज में आने वाली चुनौतियों के लिए तैयार होते हैं. बिना किसी अपेक्षा के निःस्वार्थ भाव से सेवा करना ही स्वयंसेवकों का ध्येय रहता है. यही कारण है कि समाज में आने वाली आपदाओं के समय संघ के स्वयंसेवक सबसे पहले सेवा को पहुंचते हैं. उन्होंने समरसता के बारे में कहा कि छुआछूत को जो धर्म मानते हैं, वे सबसे बड़े अधर्म करने वाले हैं. स्वयंसेवकों को भारत माता को पुनः जगद्गुरू के आसन पर आसीन करने के लिये अपने ध्येय का विस्मरण न हो और उद्देश्य पूर्ति के लिए वे सतत् सक्रिय हों, तभी लिए गए प्रशिक्षण का प्रतिफल सफल होगा.

विशेष वर्ग के वर्गाधिकारी राजकुमार वर्मा जी ने कहा कि गत 91 वर्षों में राष्टीय स्वयंसेवक संघ ने समाज व देश हित में जो सकारात्मक कार्य किये, वे सराहनीय हैं. आओ हम सभी राष्ट्र निर्माण के इस महायज्ञ में योगदान दें. अतः आवश्यकता है कि सभी समारात्मक सोच वाले व्यक्ति एवं संगठन इस दिशा में कदम से कदम, मन से मन मिलाकर राष्ट्र निर्माण व विश्व कल्याण के कार्य में सहयोग दें तथा जाति, मत-पंथ, संप्रदाय से ऊपर उठकर कार्य करें. भारतवर्ष जगद्गुरू एवं एक महान राष्ट्र बन सके.

प्रथम वर्ष सामान्य के वर्गाधिकारी के.सी. सडयाल जी ने कहा कि वर्ग में स्वयं एवं स्वयंसेवकों में एक नये परिवर्तन का अहसास हुआ. इस परिसर में न तो व्यवस्थाओं में किसी प्रकार की कोई कमी नजर आयी और न हीं किसी प्रकार की किल्लत से किसी को जूझना पड़ा. उन्होंने खुशी जताते हुए कहा कि उनको पहली बार ही संघ के किसी बड़े कार्यक्रम में उपस्थित रहने का मौका मिला, जिसमें स्यवंसेवकों का उत्साह देखते ही बनता था. संघ समय के साथ परिवर्तनशील है. कार्यक्रम अध्यक्ष सतपाल सिंह जी ने कहा कि संघ के अनुशासन और देश भक्ति से मैं बहुत प्रभावित हूं. संघ को जब भी मेरी सहायता की आवश्यकता महसूस होगी, मैं सर्वत्र उपलब्ध रहूंगा. संघ शिक्षा वर्ग में वर्ग पालक अधिकारी अशोक कुमार ने कहा कि यहां पर स्वयंसेवकों, शिक्षकों व प्रबंधकों ने 20 दिन सतत् साधना की, जिसके परिणामस्वरूप यह वर्ग प्रत्येक शिक्षार्थी के जीवन के लिए एक महत्वपूर्ण यादगार क्षण बन गया है.

कार्यक्रम में उत्तर क्षेत्र प्रचारक प्रमुख रामेश्वर जी, हिमाचल प्रांत कार्यवाह किस्मत कुमार जी, प्रांत प्रचारक संजीवन कुमार जी, वर्ग कार्यवाह अश्विनी कुमार जी, संजीव कुमार जी सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे.

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