इंदौर. विश्व हिन्दू परिषद का कार्य देशभर में लगभग 60,000 स्थानों तथा विश्व के 29 देशों तक फैला है. हिन्दू समाज के उत्थान के लिये विश्व हिन्दू परिषद् द्वारा एक लाख से अधिक सेवा प्रकल्प शिक्षा, चिकित्सा, आर्थिक स्वालंबन, महिला सशक्तिकरण तथा कौशल विकास के क्षेत्र में चलते हैं. मालवा प्रान्त में भी संगठन के सेवा कार्यों के विकास के बारे मे योजना बनी है.
इंदौर प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में मिलिंद परांडे जी ने कहा कि केन्द्र सरकार पाकिस्तान, बांग्लादेश तथा अफगानिस्तान, इस्लामिक देशों से प्रताड़ित होकर आए धार्मिक अल्पसंख्यकों (हिन्दू, जैन, सिक्ख, पारसी, ईसाई आदि) को नागरिकता तथा सुरक्षा प्रदान करने के लिए सी.ए.ए. लेकर आई है. इसके लिए केन्द्र सरकार अभिनन्दन की पात्र है. पाकिस्तान, बांग्लादेश तथा अफगानिस्तान, तीनों देश इस्लामिक होने के कारण वहां मुसलमान अल्पसंख्यक नहीं हैं. धार्मिक दृष्टि से प्रताड़ित भी नही हैं. सी.ए.ए. का संबन्ध केवल भारत में आए हुए प्रताड़ित शरणार्थियों से है, भारतीय मुसलमानों कानून का कोई सम्बन्ध नहीं है.
उन्होंने कहा कि चार दिन पहले पाकिस्तान में सिक्खों के पवित्र स्थल श्री ननकाना सहिब गुरूद्वारे पर जुम्मे की नमाज के बाद में मुस्लिम भीड़ ने हमला किया, यह घटना हिन्दू-सिक्ख अल्पसंख्यकों पर होने वाली प्रताड़ना का ज्वलंत उदाहरण है. मुस्लिम भीड़ का नेतृत्व एक ऐसे परिवार ने किया, जिन्होंने उसी गुरूद्वारे के ग्रन्थी की बेटी का अपहरण किया था.
दिल्ली की जामिया की घटनाएं तथा पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश व गुजरात में मुस्लिमों द्वारा हिंसक आन्दोलन तथा उसमें राष्ट्रीय संपत्ति के नुकसान का विश्व हिन्दू परिषद् कड़े शब्दों में निन्दा करती है. जो सम्यवादी तथा अन्य राजनैतिक दल अल्पसंख्यक तुष्टीकरण के लिए ऐसी हिंसक घटनाओं का समर्थन कर रहे हैं, यह उनकी समाज विघातक स्वार्थी, राजनीति को दर्शाता है.
मुम्बई में प्रदर्शन के दौरान फ्री कश्मीर के बैनर देश विघातक शक्तियों का आन्दोलनों में सहभाग को दिखाता है. मालवा प्रान्त सहित पूरे देश में विश्व हिन्दू परिषद् सी.ए.ए. के विरू़द्ध चल रहे दुष्प्रचार को दूर करने के लिये जागरण के अनेक कार्यक्रम करेगा. एक हिन्दू संगठन होने के नाते इन शरणार्थियों को नागरिकता दिलाने में हर संभव प्रयास और सहयोग भी करेगा.
आन्ध्र प्रदेश में राज्य सरकार द्वारा हिन्दू मंदिरों की भूमि को गैर कानूनी रीति से अधिग्रहित करना, ईसाई पादरियों तथा मुस्लिम मौलवियों को करदाताओं के पैसे से वेतन देना, हिन्दू मंदिरों के संचालन तथा सेवा में गैर-हिन्दुओं को सम्मिलित करना, ऐसे अनेक हिन्दू विरोधी असंवैधानिक निर्णय हाल ही में लिए गए हैं. विश्व हिन्दू परिषद् इसकी कड़ी निन्दा करती है. आन्ध्र प्रदेश में इसके विरूद्ध एक विराट आन्दोलन खड़ा किया जाएगा. राज्य सरकार के निर्णायों के विरूद्ध विश्व हिन्दू परिषद् न्यायालय में जाएगी.
मध्यप्रदेश से महाराष्ट्र के सीमावर्ती जिलों में गौ तस्करी की गतिविधियां आए दिन हो रही हैं. झाबुआ में बिना रोक टोक के ईसाई मिशनरी के धर्मांतरण के षड्यंत्र बढ़ते जा रहे है. विहिप ने 47 नए अवैध ईसाई प्रार्थना स्थलों की सूची भी पुलिस प्रशासन को दी है. किंतु, अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई. रतलाम जिले में 7-8 हिन्दू कार्यकर्ताओं की बेरहमी से हत्या हुई. इन सभी हिन्दू विरोधी घटनाओं के बारे में विहिप राज्य सरकार को आगाह करते हुए दोषियों के विरुद्ध अविलम्ब कार्रवाई की मांग करती है.