पटना (विसंके). पूर्व गृह सचिव तथा भाजपा सांसद श्री आर.के. सिंह ने कहा है कि भारतीय लोकतंत्र में वोट बैंक के समीकरण ने अनावश्यक विवाद उत्पन्न किया है. पार्टियाँ अल्पसंख्यकों को वोट बैंक के नजरिये से देखती हैं और उसे हासिल करने के लिये तरह-तरह के हथकंडे अपनाये जाते हैं.
श्री सिंह ने धर्म जागरण समन्वय विभाग के तत्वावधान में आयोजित ‘भारतीय संविधान और छद्म धर्मनिरपेक्षता’ विषयक संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि आज हिन्दुओं को आंखे खोल कर रहने की जरूरत है. हिन्दू जीवन-शैली में भेद-भाव की कोई गुंजाइश नहीं, यह एक दर्शन है जो मानव की जीवन शैली से जुड़ा है.
पटना के ठाकुर प्रसाद स्मृति सामुदायिक भवन में 25 अगस्त को आयोजित इस संगोष्ठी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि हिन्दुओं की संख्या तेजी से घट रही है. विदेशों में हिन्दू अत्यंत प्रताड़ित हो रहा है, जिसमें बांग्लादेश एवं पाकिस्तान प्रमुख हैं. यहां आजादी के बाद से लगातार हिन्दुओं की आबादी घट रही है. भारत में भी हिन्दू उपेक्षा का शिकार हुआ. यहां भी अल्पसंख्यकों की आबादी लगातार बढ़ रही है. अगर ध्यान नहीं दिया गया तो भारत में हिन्दू अल्पसंख्यक हो जायेंगे.
संगोष्ठी में अखिल भारतीय सह धर्म जागरण प्रमुख राजेंद्र प्रसाद जी ने कहा कि देश में लव जेहाद के मामले तेजी से बढ़े हैं. एक करोड़ लड़कियां लव जिहाद की शिकार हुई हैं. यह एक सोची समझी रणनीति के तहत किया जा रहा है. ऐसी घटनाओं से सावधान रहने की जरूरत है अन्यथा इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. लव जिहाद के माध्यम से देश में जनसांख्यिकी का असंतुलन पैदा किया जा रहा है. इससे पूरा देश परेशान है. हिन्दुओं की संपत्ति हड़पने की भी तैयारी चल रही है. समय रहते नहीं चेता गया तो देश एक गंभीर संकट में पड़ जायेगा. कार्यक्रम के अध्यक्ष एवं नारायण मेडिकल कॉलेज के निदेशक गोपाल नारायण सिंह ने कहा कि आज हिन्दू समाज के समक्ष चुनौतियां बढ़ी हैं. परंतु हर संकट का समाधान ईश्वर निकाल देता है. लोकसभा चुनाव परिणामों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि वोट बैंक नहीं इरादें मजबूत हों तो अल्पसंख्यक वोट बैंक के बिना भी सरकार बनाई जा सकती है.