लखनऊ (विसंकें). 19 मार्च से 21 मार्च 2017 तक कोयम्बटूर, तमिलनाडु में आयोजित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक के विषयों को लेकर प्रान्त संघचालक प्रभुनारायण जी ने शनिवार को विश्व संवाद केन्द्र में पत्रकार वर्ता को संबोधित किया.
उन्होंने कहा कि बैठक में प्रस्ताव पारित कर पश्चिम बंगाल में जिहादी तत्वों के निरन्तर बढ़ रहे हिंसाचार, राज्य सरकार द्वारा मुस्लिम वोट-बैंक की राजनीति के चलते राष्ट्र-विरोधी तत्वों को दिये जा रहे बढ़ावे तथा राज्य में घटती हिन्दू जनसंख्या के प्रति गहरी चिन्ता व्यक्त की है. साथ ही कट्टरपंथी हिंसा तथा राज्य सरकार की मुस्लिम तुष्टीकरण नीति की कड़े शब्दों में निंदा की, तथा समस्त देशवासियों से यह आवाहन भी किया कि जिहादी हिंसा व राज्य सरकार की सांप्रदायिक राजनीति के विरुद्ध जन जागरण करें.
सह प्रान्त कार्यवाह नरेन्द्र जी ने प्रान्त की संगठनात्मक विषयों की जानकारी देते हुये बताया कि गत वर्ष की तुलना में अवध प्रान्त में फरवरी 2017 तक 1173 संघ शाखाएं, 294 मिलन व 107 संघ मण्डली है. शाखाओं में 642 विद्यार्थी व 531 व्यवसायी शाखा हैं. उन्होंने कहा कि युवाओं को संघ से जोड़ने के लिए इण्टरनेट के माध्यम से ‘‘ज्वाइन आरएसएस’’ की जो व्यवस्था बनायी गयी है, उसके अनुसार अवध प्रान्त में गत चार वर्षों में इण्टरनेट के माध्यम से संघ से जुड़ने वाले युवाओं की संख्या बढ़ी है. वर्ष 2013 में जहां 1217 युवा संघ से जुड़ रहे थे, वहीं जनवरी 2016 से 15 मार्च 2017 तक यह संख्या 3321 हो गई है. आंकड़े दर्शाते हैं कि दिनों दिन बड़ी संख्या में युवा संघ से जुड़ने के लिये संघ से स्वयं संपर्क कर रहे हैं.