जयपुर. दीपावली स्नेह मिलन एवं पाथेय कण का जम्मू कश्मीर विशेषांक का लोकार्पण समारोह शनिवार को पाथेय भवन में संपन्न हुआ. कार्यक्रम की अध्यक्षता पाथेय कण संस्थान के अध्यक्ष डॉ. गोविंद प्रसाद अरोड़ा ने की.
समारोह के मुख्य अतिथि सेवानिवृत कर्नल देवानंद गुर्जर ने कहा कि प्राचीनकाल से ही कश्मीर का इतिहास बहुत गौरवशाली रहा है, लेकिन हमारे इतिहासकारों ने जम्मू-कश्मीर के साथ न्याय नहीं किया. राजनेताओं ने स्वार्थ वश देश का विभाजन स्वीकार करके अखण्डता पर कुठाराघात किया. 1947 से ही वामपंथी विचारधारा ने देश को एक भ्रमित करने वाला नैरेटिव दिया. जिससे लोगों के विचारों को दूषित किया जा सके.
कर्नल गुर्जर ने कहा कि गिलगित-बाल्तिस्तान व्यापारिक मार्ग का मुख्य केंद्र है, ऐसे में हर कोई इसे अपने कब्जे में लेना चाहता है. लेकिन विदेशी साजिश के तहत पाक से युद्ध के दौरान 01 जनवरी 1949 को सीजफायर करके उसे पाकिस्तान को दे दिया गया. अस्थाई सीमा बनाकर कश्मीर में पाक परस्त सरकारें बनाने का काम किया. कश्मीर में वहां के नेताओं ने अपने स्वार्थ के चलते आंतकवाद व अलगाववाद को बढ़ावा दिया. लेकिन वर्तमान सरकार ने आतंकियों पर सर्जिकल व एयर स्ट्राइक करके करारा जवाब दिया है. इससे देश की छवि बदली है तथा हमने पूरी दुनिया को दिखा दिया कि भारत अब अपनी अस्मिता पर हमला करने वालों को मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है.
उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 की वजह से कश्मीर के लोगों का विकास बाधित था. वहां के लोगों को सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं मिला. इसमें सुधार के लिए केन्द्र सरकार ने अनुच्छेद 370 व 35ए को समाप्त कर कश्मीर में विकास के रास्ते खोल दिए हैं.
कार्यक्रम में अतिथियों ने पाथेय कण के जम्मू-कश्मीर विशेषांक का लोकार्पण किया. संपादक मेघराज खत्री जी ने दीपावली की महत्ता व भगवान श्रीराम के जीवन प्रसंगों पर प्रकाश डाला.