जयपुर (विसंकें). राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और सक्षम (समदृष्टि, क्षमता विकास एवं अनुसंधान मण्डल) द्वारा जयपुर को अंधत्व मुक्त करने का जिम्मा लिया है. सक्षम कॉर्निया अंधत्व मुक्त भारत अभियान के तहत 30 जुलाई को जयपुर में घर घर जाकर नेत्र रोग और अंधत्व से पीड़ित रोगियों को चिन्हित किया.
सेवा बस्तियों से की शुरूआत
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ देश में आर्थिक और सामाजिक रूप से पिछड़ी बस्तियों को सेवा बस्ती के रूप में मानकर उनके विकास के लिए अनेक वर्षों से विभिन्न प्रकल्पों के माध्यम से इन बस्तियों में सेवा कार्य कर रहा है. सक्षम के अभियान में 30 जुलाई को जयपुर की 138 सेवा बस्तियों में सर्वे किया.
शहर में कॉर्निया अंधत्व मुक्त अभियान के तहत 500 टोलियों द्वारा लगभग 30 हजार घरों में 3 लाख से अधिक लोगों का सर्वे किया. जिसमें एक हजार से अधिक स्वयंसेवकों ने सहयोग किया. 30 जुलाई रविवार को प्रातः 7 से 10 बजे तक यह सर्वे कार्य बस्तियों में सम्पन्न हुआ. सर्वे के पश्चात् शहर में ढाई दर्जन स्थानों पर नेत्र चिकित्सा कैम्पों का आयोजन किया गया. जिसमें नेत्र चिकित्सकों द्वारा रोगियों में अंधत्व की जांच की गई.
अंधत्व मुक्ति के इस पुण्य अभियान में संघ और सक्षम के साथ आरोग्य भारती, भारतीय संस्कृति अभियुत्थान समिति से सम्बद्ध ’सेवायाम’, केशव विद्या पीठ बी.एड. कॉलेज के प्राध्यापक एवं विद्यार्थियों के साथ राजस्थान सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय का भी सहयोग रहा.
शहर को अंधत्व से मुक्ति के अभियान में सक्षम को राजस्थान सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा 29 नेत्र चिकित्सकों के साथ नेत्र सहायक चिकित्सा कैम्पों में उपलब्ध करवाए जाएंगे.
डॉ. कुलदीप मिश्रा, सचिव (सक्षम, जयपुर महानगर)