गुजरात (विसंकें). विश्व संवाद केंद्र गुजरात द्वारा रविवार को देवर्षि नारद जयंती के अवसर पर “पत्रकार सम्मान कार्यक्रम” का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्य अतिथि हास्य लेखक अशोक दवे जी का पूर्व प्रांत संघचालक अमृतभाई कड़ीवाला जी ने पुस्तक अर्पण कर सम्मान किया. गुजरात प्रांत सह प्रचार प्रमुख विजयभाई ठाकर ने विश्व संवाद केंद्र के कार्य और देवर्षि नारद के विषय में सबको अवगत करवाया. हरेशभाई ठक्कर ने सम्मानित पत्रकारो की घोषणा की. जिनमें प्रिंट मीडिया से काना बाँटवा (स्टेट सेटेलाइट एडिटर, दिव्य भास्कर, गुजरात) तथा इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से दिलीप गोहिल (कंसल्टिंग एडिटर, जीएस टीवी, गुजरात) को अशोक दवे जी ने स्मृति चिन्ह व पुस्तक देकर सम्मानित किया.
अशोक दवे जी ने कहा कि नारदजी प्रथम पत्रकार के साथ ही साथ प्रथम हास्यकार भी थे. इसलिए मैं विश्व संवाद केंद्र से विनती करता हूँ कि अगले वर्ष से हास्य कलाकारों के सम्मान का कार्यक्रम भी होना चाहिए. पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्यरत बंधुओं को कहा कि हमें अपना कार्य गरिमापूर्ण ढंग से करना चाहिए. कई बार देखा गया है कि मीडियाकर्मी किसी महानुभाव के पीछे कैमरा लेकर दौड़ते रहते हैं, जबकि वह उनकी तरफ देखता भी नहीं. हमें अपना कार्य स्वाभिमानपूर्वक करना चाहिए. जितनी जरुरत हमें उस महानुभाव कि है उतनी ही उनको भी हमारी जरुरत है. अतः दोनों पक्षों को एकदूसरे की गरिमा का सम्मान करना चाहिए. उन्होंने कहा कि नारद जी का प्रत्येक कार्य समाजहित में होता था. यह हम पत्रकार बंधुओं को उनसे सिखना चाहिए. नारद जी ने विश्व नहीं ब्रह्माण्ड में सबसे ज्यादा प्रवास किये. उनका कार्य रामायण, महाभारत काल में एकदम सकारात्मक है. नारद जी ने अत्याधिक जटिल समस्या का समाधान बहुत ही बुद्धिमतापूर्ण किया. अशोक दवे जी ने कहा कि जैन कॉस्मोलोजी में भी नारद जी का वर्णन मिलता है, इस प्रकार नारद जी सर्वव्यापी, सर्वस्वीकृत पत्रकार थे. हम उनसे बहुत कुछ ग्रहण कर सकते है.
भारत की जनता को विश्व संवाद केंद्र का आभारी होना चाहिए, जिसने नारद जी और पत्रकारिता के बीच संबंध स्थापित किये और यह विषय समाज तक पहुंचाया. विश्व संवाद केंद्र समाज में भारतीय मूल्यों को समझाने के प्रयत्न कर रहा है, वह अभिनंदनीय हैं. इस अवसर पर प्रांत प्रचार प्रमुख प्रदीप जैन सहित अनेक पत्रकार मित्र तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे.