मेरठ (विसंकें). हम केशव के अनुयायी हैं…..इस गीत की भावना के अनुरूप राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मेरठ महानगर ने वर्ष प्रतिपदा उत्सव तथा संघ के संस्थापक डॉ केशव बलिराम हेडगेवार का जन्मदिवस उत्साह के साथ मनाया. गंगानगर में आयोजित कार्यक्रम में स्वयंसेवकों को सम्बोधित करते अरुण जिन्दल ने कहा कि भारत की संस्कृति प्राचीनतम है. हमारी कालगणना करोड़ों वर्षों की है. यह देश बुद्धि, विद्या, ज्ञान, बल व धनधान्य से सम्पन्न था. किन्तु ऐतिहासिक कारणों से 800 वर्षों तक गुलाम रहा. हम न सिर्फ राजनीतिक रूप से बल्कि मानसिक रूप से भी गुलाम हो गये थे. इस दासता व दासताबोध से मुक्त होने के लिये डॉ. हेडगेवार ने संघ जैसे संगठन व शाखा जैसी प्रणाली की स्थापना की.
उन्होंने कहा कि हमारा नव वर्ष खगोल गणना पर आधारित है. साथ ही इसका इतिहास हमारे अनेक महापुरुषों के गौरव से भी जुड़ा है. इसी दिन ब्रह्मा ने सृष्टि की उत्पत्ति की. भगवान राम का राज्याभिषेक भी इसी दिन हुआ. इसी दिन महाभारत में विजय प्राप्त कर युधिष्ठिर का राज्याभिषेक हुआ. शकों पर विजय प्राप्त कर सम्राट विक्रमादित्य भी इसी दिन सिंहासन पर विराजमान हुए थे और उनकी विजय की स्मृति में विक्रमी सम्वत् प्रारम्भ हुआ.
महानगर में मंगल पाण्डेय नगर, जैन नगर, माधवपुरम, पल्लवपुरम व रिठानी में भी कार्यक्रम हुए. सुरेन्द्र सिंह, मुनीश कुमार, जतन स्वरूप, डॉ. विनोद अग्रवाल, सुदर्शन चक्र महाराज ने स्वयंसेवकों को सम्बोधित किया. सभी स्थानों पर पथ संचलन हुआ, जिसमें लगभग दो हजार स्वयंसेवकों ने भाग लिया.