करंट टॉपिक्स

भारत को असहिष्णु कहने वाले गुलामी की मानसिकता से ग्रसित – इंद्रेश कुमार जी

Spread the love

458361-indresh-kumar-rssहिसार, हरियाणा (विसंकें). राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य इन्द्रेश कुमार जी ने कहा कि जो लोग भारत को असहिष्णु देश बताते हैं, वो लोग गुलामी की मानसिकता से ग्रसित हैं. हिन्दू सबसे अधिक सहिष्णु है. यही कारण है कि यहां सभी जातियों और पंथों के लोग सम्मान से रहते हैं, लेकिन कुछ लोग असहिष्णुता के नाम पर लोगों को लड़वाना चाहते हैं. इंद्रेश कुमार हिसार के गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय में हिमालय परिवार हरियाणा द्वारा ‘राष्ट्र धर्म:-परमो धर्म:’ विषय पर आयोजित कार्यक्रम में संबोधित कर रहे थे.

उन्होंने कहा कि ईसाई और इस्लाम धर्म की कई उपशाखाएं हैं. उनके अपने देशों में इसको लेकर कितना विवाद होता रहता है, लेकिन भारत में सभी मतों व सम्प्रदायों का सम्मान होता है. फिर भी कोई कहे कि हिंदुस्तान में असहिष्णुता है तो वह विदेशी षड्यंत्र के तहत हमें  गुमराह कर रहा है. कांग्रेस असहिष्णुता के नाम पर लोगों को गुमराह कर रही है. कांग्रेस ने विदेशियों के एजेंट के रूप में काम कर भारत, भारतीय और हिंदुत्व को बदनाम कर दिया है. वर्तमान सरकार में एक नई राजनीतिक, सांस्कृतिक और आर्थिक नीति का जन्म हुआ है. कांग्रेस को इस सरकार से सबक लेना चाहिए.

इंद्रेश कुमार जी ने कहा कि इस देश में स्वतंत्रता की अभिव्यक्ति का अर्थ यह नहीं है कि देवी-देवताओं का अपमान किया जाए. यदि कोई इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता समझता है तो भगवान उसे सद्बुद्धि दे. हिंदी, संस्कृत, उर्दू, अंग्रेजी सब लोग इन अलग-अलग भाषाओं में भारत मां की जय बोलते हैं, लेकिन कुछ अज्ञानी लोग बिना बात के मुद्दा बना देते हैं. मुसलमान उर्दू में बोलते हैं कि मादरे वतन हिंदुस्तान की जय, जिसका अर्थ भारत माता की जय बोलना ही है. उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान विश्व का सबसे प्राचीन राष्ट्र है. विश्व में जो जन्मता है, वो मरता है. उदहारण देते हुए कहा कि पाकिस्तान की जन्मतिथि 14 अगस्त, 1947 है, बांग्लादेश की 16 दिसंबर, 1971 है, जबकि हिंदुस्तान विश्व का सबसे पुराना देश है. इसकी जन्मतिथि भला कौन बता सकता है? यह तो अमर है, लेकिन जिसकी जन्मतिथि है, उसे एक दिन मरना भी है.

उन्होंने कहा कि हैदराबाद के एक नेता ओवैसी, देवबंद के मौलाना और आजम खान ने भारत माता की जय को लेकर एक जोरदार विवाद खड़ा किया. यह विवाद उन्होंने भाषा के अज्ञान और मन में घृणा, हिंसा के कारण पैदा किया. वे माहौल बिगाड़ना चाहते थे, लेकिन उनके द्वारा किए गए गलत विवाद ने अच्छा रूप लिया और लोग बिना बात के भारत माता की जय बोलने लगे. जो मां और मातृभूमि का सम्मान नहीं करता, वो किसी का सगा नहीं हो सकता. इंसान ने नारी की कोख से जन्म लिया है, जो उसकी मां है. मातृभूमि की गोद में इंसान का पालन-पोषण हुआ है. ऐसे में मातृभूमि का दर्जा मां के बराबर है. दोनों का सम्मान किया जाना चाहिए. भारत ही एक ऐसा देश है, जो दुनिया से हिंसा को मिटा सकता है. यह बात सारी दुनिया ने मान ली है. मसूद अजहर को आतंकी घोषित कराने में चीन और पाकिस्तान को छोड़कर दुनिया के 199 देशों ने हिंदुस्तान का समर्थन किया था. आतंकवाद के खिलाफ अब भारत ने अमेरिका से लीडरशिप छीन ली है. उन्होंने कहा कि जो लोग पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाते हैं और पाकिस्तान का झंडा फहराते हैं, उन लोगों को गोली नहीं मारनी चाहिए. ऐसे लोगों को गोली मारने से अच्छा है, उन्हें पाकिस्तान भेज दिया जाए. चाहे 10-20 लाख के चेक ही लेकर चले जाएं, लेकिन हिंदुस्तान से गद्दारी न करें. उन्होंने कहा कि अफजल, कसाब और ओवैसी जैसे लोग हिंदुस्तान के फरिश्ते नहीं हो सकते. हिंदुस्तान में अब्दुल गफ्फार खां और अब्दुल कलाम हिंदुस्तान के फरिश्ते हैं और थे. ये लोग कभी भी कलाम की जगह नहीं ले सकते.

इन्द्रेश कुमार जी ने सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि सरकार के प्रयासों के बाद योग को ग्लोबल स्तर पर पहचान मिली. भारत माता की जय होने लगी. दो सालों में भ्रष्टाचार का एक भी मामला नहीं आया. सरकार की आर्थिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक नीतियां स्पष्ट हैं.

कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत करते हुए कहा कि कर्म ही धर्म है. कर्म से निर्माण होता है. ऐसे में राष्ट्र निर्माण ही राष्ट्र धर्म है. हर व्यक्ति राष्ट्र निर्माण में योगदान देकर अपना राष्ट्र धर्म निभा सकता है. राज्य सूचना आयुक्त हरियाणा भूपेंद्र धर्मानी, प्रांत संघ चालक मेजर करतार सिंह, हिसार रेंज के पुलिस महानिरीक्षक ओपी सिंह, दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं तकनीकी विश्वविद्यालय मुरथल के कुलसचिव केपी सिंह, हिमालय परिवार के राष्ट्रीय मंत्री कृष्ण ढुल और हिमालय परिवार हरियाणा के अध्यक्ष डॉ. विक्रम गुप्ता ने समारोह को संबोधित किया.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *