नई दिल्ली. पश्चिमी बंगाल में हिन्दुओं पर लगातार बढ़ते आक्रमणों के विरुद्ध विश्व हिन्दू परिषद् ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चेताते हुए कहा कि वे राज्य के हिन्दुओं के धैर्य की परीक्षा अब और ना लें, अन्यथा उन्हें सड़कों पर उतरना पडेगा. विहिप के केन्द्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने कहा कि बंगाल में मुसलमानों द्वारा हिन्दुओं पर लगातार हमले किए जा रहे हैं, उनके जन-धन, जमीन-जायदाद, मंदिर व शमशान तक पर अवैध कब्जे हो रहे हैं. इन्हें रोक कर उनकी सुरक्षा बढ़ाई जाए तथा हमलावरों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही हो.
उन्होंने कहा कि हाल ही में, लॉकडाउन के दौरान मेडिकल इमरजेन्सी होने के बाद भी हुगली जिला, भद्रेसर तहसील के तेलनीपाड़ा गाँव में तीन दिन तक लगातार हिन्दुओं पर हमला किया गया, उनके घर जलाए गए, महिलाओं को निशाना बनाया गया तथा उनके साथ मारपीट भी की गई. लेकिन, पुलिस निष्क्रिय रही. मालदा के हरिशचंद्र ब्लाक में हिन्दू बस्ती में लूट-पाट की गई तथा मंदिर तोड़ने का प्रयास हुआ. बशीरहाट के पास गांव में तो पुलिस द्वारा ही महिलाओं के साथ मारपीट की गई. यहां तक कि हावड़ा में पुलिस और सशस्त्र दल पर भी मुस्लिम भीड़ ने द्वारा आक्रमण किया. मुर्शिदाबाद जिले में तो हिन्दू बस्तियों को बार बार निशाना बनाया जाता रहा है.
विहिप महामंत्री ने कहा कि बंगाल की दुर्वव्यवस्था का हाल ये है कि जन-प्रतिनिधियों को भी जनता के पास जाने के लिए प्रतिबंधित सा कर दिया गया है. कोरोना वायरस को फैलाने वाले जमातियों को पकड़ा तो गया, किन्तु, सब को छोड़ दिया गया. बंगाल की सरकार संविधान को दरकिनार कर कार्य कर रही है. यहां तक कि केंद्र की अनेकों जन-उपयोगी योजनाएं दलगत राजनीति के चलते भेंट चढ़ गयी हैं, जिसके कारण इनका लाभ समाज को नहीं मिल पा रहा.
शारीरिक दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग) का आग्रह केंद्र व सभी सरकारों ने किया है, लेकिन मुसलमान लगातार इसका भी उल्लंघन करके कोरोना जैसी महामारी को बढ़ाने में लगे हैं. जिन क्षेत्रों में मुस्लिम आबादी अधिक है, वहाँ तो हिंदुओं पर हमला करके उन्हें पलायन करने के लिए भी विवश किया जा रहा है. बंगाल की मुख्यमंत्री का रवैया हिन्दू समाज के साथ भेदभाव पूर्ण है. तभी बंगाल की पुलिस भी उनकी रक्षा नहीं कर रही है.
हुगली की घटनाओ में बम और पेट्रोल बम का प्रयोग भी किया गया. NIA ने कहा है कि अनेक जगहों पर, जहां बंगाल में मुस्लिम आबादी बढ़ रही है, वहां बांग्लादेशी मुसलमानों के आतंकी संगठनों के स्लीपर सेल बने हैं जो हिन्दू समाज और देश की आंतरिक सुरक्षा के लिये बड़ा खतरा बन रहे हैं. ऐसी ही घटनाएँ CAA के विरोध के समय भी हुईं थीं, जिसमें रेलवे स्टेशन तथा गाँवों में घरों को भी चिन्हित करके जलाने का काम हुआ.
मिलिंद परांडे ने कहा कि हिंसा की इन सभी घटनाओं को देखने पर समझ आएगा कि विषय कोई भी हो, अकारण, हिंदुओ को ही टारगेट किया जा रहा है. ऐसे में सरकार और पुलिस अगर हिन्दुओं की रक्षा नहीं करेगी तो हिन्दुओं को स्वयं की रक्षा के लिये खड़ा होना पड़ेगा. अपने परिवार, बहन बेटियों की रक्षा के लिये लोग खड़े हो जाएंगे.
विश्व हिन्दू परिषद बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को आगाह करती है कि वे बंगाल की जनता को सड़क पर उतरने के लिए बाध्य न करें. अपितु, सरकार ही वहां नागरिकों पर हो रहे आक्रमणों को रोके, जान माल की रक्षा करे तथा आक्रमणकारियों को दंडित करे. यह उसका संवैधानिक कर्तव्य भी है. मुस्लिम समाज के समझदार लोग भी अपने अन्दर के क्रूर, दुष्ट व अत्याचारी तत्वों को संयमित रखें तथा राज्य सरकार ऐसे सभी हिंसक तत्वों का कठोरता से दमन करे.