शिमला (विसंकें). विश्व हिन्दू परिषद् हिमाचल प्रदेश के शिमला विभाग की महत्वपूर्ण बैठक शिमला में हुई. इसकी अध्यक्षता विहिप अध्यक्ष अमनपुरी ने की. बैठक में विहिप के केन्द्रीय मंत्री महावीर जी भी विशेष रूप से सम्मिलित रहे. बैठक में पूर्व आईएएस जे.एस.राणा को मठ मंदिर विभाग का प्रदेश संरक्षक एवं विहिप प्रदेश कार्यकारिणी का सदस्य नियुक्त किया गया. बैठक का उद्देश्य गौ संरक्षण तथा तांदी में मई महीने में होने वाले अस्तु विसर्जन महाकुंभ के बारे रणनीति तय करना था. बैठक के बाद जारी प्रैस वक्तव्य में अमनपुरी ने कहा कि प्रदेश में सरकार ने गौ संरक्षण और संवर्धन के लिए 3 करोड़ रुपये जारी किए हैं, लेकिन यह पैसा कहां खर्च किया जायेगा और इसके लिए गौ संरक्षण में लगी किन संस्थाओं को शामिल किया जाएगा, यह तय नहीं किया गया है. उन्होंने मांग की कि भारतीय गौ संरक्षण एवं संवर्धन परिषद को भी इसमें शामिल किया जाना चाहिए. यह परिषद् 1995 से कार्य कर रहा है और आज 48 गौशालाएं इससे संबंधित हैं. उनका कहना था कि विहिप द्वारा संचालित परिषद ने गौसंरक्षण एवं संवर्धन के लिए प्रदेश के उच्च न्यायालय में लड़ाई लड़ी है, जिसके कारण उच्च न्यायालय ने प्रदेश भर की बेसहारा गायों के संरक्षण के लिये गांव स्तर तक गौशालाओं के निर्माण के दिशा निर्देश जारी किये थे. प्रदेश सरकार ने गौ संवर्धन बोर्ड की घोषणा तो की है, लेकिन अभी तक वह कागजों तक ही सीमित है. इसके अतिरिक्त प्रदेश के मुख्यमंत्री ने गौ संरक्षण के लिए राशि तो जारी की, लेकिन अब तक गौ संरक्षण में लगी किसी भी संस्था को शामिल नहीं किया है. बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि भारतीय गौ संरक्षण और संवर्धन परिषद् को सम्मिलित किया जाए. पूर्व की भाजपा सरकार ने भी सरकारी गौशालाओं का संचालन एवं पशुपालन बोर्ड द्वारा वैज्ञानिकों का प्रशिक्षण का कार्य गौ संवर्धन और विकास परिषद् को दिया था, जो राशि जारी की गयी थी, उसके वितरण का जिम्मेवारी भी इसी परिषद् को सौंपी गयी थी.
अमनपुरी ने कहा कि चंद्रभागा नदी के तट तांदी में अस्तु विसर्जन महाकुंभ का आयोजन किया जाएगा. सैकड़ों वर्ष पूर्व से तांदी में अस्तु विसर्जन किया जाता रहा है, जिसे स्थानीय भाषा में छाछा कहा जाता था. यह परंपरा अब लुप्तप्राय हो गयी है. इस ऐतिहासिक एवं धार्मिक स्थान को फिर से विकसित किया जाएगा. जिसके लिए डॉ. चन्द्रमोहन परसीरा के नेतृत्व में तांदी के आस-पास की 28 पंचायतों की एक समिति का गठन आगामी समय में किया जाएगा. मई के पहले सप्ताह में ऐतिहासिक संगम स्थल पर अशोक सिंघल की अस्थि विसर्जन के साथ अस्तु विसर्जन महाकुंभ का आयोजन किया जाएगा, जिससे इस स्थान के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व का प्रसार किया जा सके. अशोक सिंघल की अस्थियां आज भी मनाली के बौद्धमठ में रखी हुई है. वैदिक नदी चंद्रभागा के संगम पर होने वाले आयोजन में अनेक धार्मिक संस्थाओं तथा बौद्ध मठ के लामा गणों द्वारा विशेष पूजाएं की जाएंगी. कार्यक्रम के उद्घाटन में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह जी को आमंत्रित किया गया है.
अमनपुरी ने बैठक में संगठनात्मक दृढ़ीकरण हेतु आगामी प्रयासों के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी प्रखंडों में नव संवत्सर पर राम महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. इसके साथ ही प्रदेश के सभी संगठनात्मक प्रखंडों में राम महोत्सव की रूपरेखा तय की गयी. आगामी अप्रैल महीने में प्रस्तावित विहिप के अंतराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष डॉ. प्रवीण भाई तोगड़िया के हिमाचल प्रवास के दौरान होने वाले कार्यक्रमों की योजना भी तय की गई.