रायपुर. जनजाति समाज के सामाजिक कार्यकर्ताओं, जिसमें संघ के स्वयंसेवक भी शामिल हैं, इन कार्यकर्ताओं की हत्या के विरोध में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने विशाल मौन प्रदर्शन किया. रविवार, दिनांक 08 सितंबर, 2019 को राम मंदिर प्रांगण में विशाल सभा का आयोजन हुआ. सह प्रांत संघचालक डॉक्टर पूर्णेन्दु सक्सेना ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सभी का ध्यान छत्तीसगढ़ के जनजाति क्षेत्र में हो रही हिंसात्मक गतिविधियों की तरफ आकृष्ट कराना चाहता है. हाल ही में दुर्गु कोंदल क्षेत्र में एक पूर्व सरपंच दादू सिंह कोरेटिया जी की उनके घर में घुसकर हत्या कर दी गई. दादू सिंह जी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक एवं सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता थे.
यह घटना अपने आप में ही सबके हृदय को विदीर्ण करने वाली है. परंतु ऐसा भी नहीं है, कि यही एकमात्र घटना हुई हो. हाल ही में संघ एवं अन्य सामाजिक संस्थाओं से जुड़े कई कार्यकर्ताओं को धमकियां दी गई हैं, उनके साथ हिंसात्मक व्यवहार किया गया है, हत्याएं हुई हैं एवं गांव छोड़कर जाने की स्थितियां उत्पन्न की गई हैं.
संघ इस बात का आग्रही है कि समाज में अलग-अलग मत रखने वाले लोग भी परस्पर सद्भाव, सम्मान और सहकार के साथ रहें. परंतु गत कुछ समय से होने वाली घटनाओं को देखकर प्रतीत होता है कि जनजातीय क्षेत्र के जनजातीय सामाजिक, धार्मिक और राजनीतिक नेतृत्व की योजनाबद्ध हत्याएं करके जनजाति समाज को कमजोर करने की साजिश चल रही है. विभिन्न जाति एवं जनजातीय समाजों को एक दूसरे के विरोध में खड़ा किया जा रहा है और परंपरागत धार्मिक उत्सवों और यात्राओं को मिलजुल कर मनाने की परंपरा में अवरोध उत्पन्न किया जा रहा है. यह भी ध्यान में आता है कि यह कार्य राष्ट्र विरोधी शक्तियां मिलकर कर रही हैं. इन शक्तियों के अंतर्संबंध की जांच होनी चाहिए और जिस प्रकार से यह षड्यंत्र क्षेत्र में अप्रिय स्थितियां उत्पन्न कर रहा है, उसका समाधान होना चाहिए.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अपेक्षा है कि घटनाओं की जांच के पश्चात आरोपियों के खिलाफ उचित दंडात्मक कार्रवाई होगी.
इस अवसर पर बालक दास जी महाराज, स्वामी प्रपन्नाचार्य जी, सहित अन्य संतों के साथ ही प्रांत संघचालक विसरा राम जी यादव, सह प्रांत संघचालक डॉक्टर पूर्णेन्दु सक्सेना, प्रांत कार्यवाह चंद्रशेखर वर्मा जी, सह प्रांत कार्यवाह गोपल यादव जी, सह प्रांत कार्यवाह चंद्रशेखर देवांगन जी, प्रांत प्रचारक प्रेम शंकर जी, कार्यकम के संयोजक सुशील यादव जी, मंचासीन थे.
राम मान्दिर से तेलिबंधा तालाब तक विशाल मौन रैली निकाल कर राज्यपाल, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री व छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के नाम जिलाधीश को ज्ञापन सौंपा गया. मौन प्रदर्शन में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह सहित अन्य गणमान्यजन, जन प्रतिनिधि, संस्थाओं के प्रतिनिधि, बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित रहे.