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समाज से ऊंच-नीच समाप्त कर हमें समरस समाज बनाना है – भय्याजी जोशी

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विहिप बैठक में संस्कारित, सबल व स्वावलंबी भारत के निर्माण का संकल्प

महिलाओं की स्थिति पर प्रस्ताव पारित, संविधान के अनुच्छेद 29-30 में संशोधन की मांग

मंगलुरु. विश्व हिन्दू परिषद की केन्द्रीय प्रबंध समिति व प्रन्यासी मण्डल की बैठक को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह सुरेश (भय्याजी) जोशी ने संबोधित किया. उन्होंने कहा कि हमें एक सशक्त, संस्कारित, जागृत, सज्जन, स्वाभिमानी, पुरुषार्थी तथा विज्ञान के साथ चलने वाले, ऐसे सक्रिय हिन्दू चाहिये जो निर्दोष संगठित शक्ति का निर्माण कर विश्व को नेतृत्व देने में समर्थ हों. आज हिन्दू समाज में जो जन्म से श्रेष्ठता की बात हो रही है, वह ठीक नहीं है क्योंकि व्यक्ति कर्म के आधार पर श्रेष्ठ होता है. कहीं न कहीं हमारे मूल्यों का क्षरण हुआ है, मातृभूमि के प्रति उदासीनता भी दिखाई देती है जो मात्र दृष्टिकोण बदलने के कारण हुआ है. समाज से ऊंच-नीच समाप्त कर हमें एक समरस समाज बनाना है. गौरक्षा हमारे लिए केवल पशु रक्षा नहीं है. श्रीराम जन्मभूमि हमारे लिये स्वाभिमान का केन्द्र है.

बैठक के दूसरे दिन विश्व हिन्दू परिषद द्वारा संस्कारित, सबल व स्वावलंबी भारत के निर्माण का संकल्प लिया गया. देश में बढ़ती बलात्कार व महिलाओं के साथ अभद्रता की घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए इन घटनाओं को रोकने हेतु एक व्यापक कार्ययोजना भी बनाई गयी. इसके अतिरिक्त भारतीय संविधान के अनुच्छेद 29 व 30 में आवश्यक संशोधन कर अल्पसंख्यकों को दिये गए अधिकारों का विस्तार कर, अल्पसंख्यक-बहुसंख्यक के भेदभाव को मिटाने हेतु, उसमें सभी धार्मिक व भाषाई समुदायों को सम्मिलित किये जाने की मांग की. बैठक में राष्ट्रीय पुनर्जागरण की पाक्षिक पत्रिका ‘हिन्दू विश्व’ के धर्मजागरण विशेषांक का विमोचन किया गया.

भारत में महिलाओं की स्थिति पर पारित प्रस्ताव – 02 में कहा गया कि महिलाओं के साथ बढ़ते दुर्व्यवहार को रोकने तथा उनकी सुरक्षा व उनके प्रति देखने के दृष्टिकोण को बदलने के लिये एक व्यापक सर्वस्पर्शी अभियान के साथ अभिभावकों, शिक्षाविदों, संत-महात्माओं, सामाजिक संगठनों, विज्ञापन, मनोरंजन व मीडिया जगत से जुडे़ लोगों के साथ शासन-प्रशासन को आगे आना होगा. विश्व हिन्दू परिषद परिवार प्रबोधन द्वारा हिन्दू समाज में सुसंस्कार व परिवार भावना विकसित करने के कार्य को गति देगा. दुर्गावाहिनी युवतियों के आत्म रक्षार्थ देशभर में चल रहे अपने प्रशिक्षण कार्यक्रमों को तीव्रता प्रदान करेगी. वहीं बजरंग दल अपने विविध कार्यक्रमों के माध्यम से महिलाओं के प्रति स्वस्थ दृष्टिकोण अपनाने व उनके साथ हो रहे दुर्व्यवहार को रोकने हेतु युवकों को प्रेरित करेगा.

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