हरिशेवा उदासीन आश्रम के महामंडलेश्वर पूज्य स्वामी हंसराम जी ने बताया कि ये दवाई मानव के प्रतिरक्षा तंत्र को मज़बूत करती है एवं कोरोना काल में सभी को बताए गए निर्देशों के अनुसार लेनी चाहिए ताकि कोरोना महामारी से बचाव किया जा सके. ये दवा एक पोलीक्रेस्ट है जो होम्योपैथिक चिकित्सकों के निर्देशन में अनेक रोगों में उपयोगी है. इस से पहले भी प्राणी मात्र की सेवा करने व सुख चाहो तो सेवा करो के मूल मंत्र को धारण करने वाले स्वामी जी द्वारा आयुर्वेदिक काढ़े के पैकेट भी वितरित किए जा चुके हैं तथा सम्पूर्ण लॉकडाउन में अनेक सेवाओं में योगदान दिया जा चुका है.
डॉक्टर सुशील कुमार भूत ने बताया कि ये दवा 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चे व एक माह से कम गर्भवती महिला के अलावा कोई भी व्यक्ति ले सकता है.
दवा वितरण में सहयोगी सेवा भारती, चित्तौड़ प्रांत के सह सेवा प्रमुख रविंद्र जाजू ने बताया कि ये दवा 1,79,000 लोगों के लिए व 35,800 परिवारों में वितरित की जा रही है.