दापोली, मुंबई (विसंकें). निसर्ग चक्रवात ने 04 जून को कोंकण के तटीय क्षेत्र को अपनी चपेट में लिया था. रायगढ़ जिला एवं उत्तर रत्नागिरी जिले के अनेक तटीय भागों में चक्रवात के कारण बहुत नुकसान हुआ. दापोली और मंडणगड में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा बड़े पैमाने पर राहत कार्य प्रारंभ किया गया है. तक़रीबन २०० संघ कार्यकर्ता राहत व सहायता कार्य में जुटे हैं.
दापोली और मंडणगड तालुका में आपदाग्रस्त घरों में २२,५०० खपरैल और २०० सीमेंट शीट्स का २५ स्वयंसेवकों द्वारा वितरण किया गया. सात गांवों में मेटल पत्रों का वितरण किया गया. जीवनावश्यक वस्तुओं के ४०० पैकेट्स बांटे गए. इन में दाल, चावल, आटा, तेल, शक्कर, लाल मिर्च, मोमबत्ती आदि का समावेश है. 1500 मोमबत्ती के पैकेट्स बांटे गए. कोंकण में इस चक्रवात के कारण पेड़ पौधों का भारी पैमाने में नुकसान हुआ. तीन गावों में ४४ घरों के सामने कुँए तक रास्ता बनाने का काम ५० स्वयंसेवकों द्वारा किया गया. बगीचे साफ़ करना और गिरे हुए वृक्षों की लकड़ियां काटकर इकठ्ठा करने के कार्य में ६२ स्वयंसेवक लगे.
आपदाग्रस्त क्षेत्र में छतों के लिए मेटल पत्रों की आवश्यकता है. आसपास के व्यापारियों से स्थानीय व्यापारी एवं कार्यकर्ताओं को मेटल के पत्रे उपलब्ध करने के लिए समन्वय करने काम भी संघ द्वारा किया जा रहा है. प्रभावित क्षेत्रों में आज भी राहत कार्य जारी है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जनकल्याण समिति ने आह्वान किया कि राहत कार्य करने के लिए अधिकाधिक युवा आगे आएं और श्रमदान करें.