उत्तर प्रदेश में सरकार की सख्ती का असर दिखने लगा है. सरकार ने नागरिकता संशोधन कानून के विरोध के नाम पर हिंसा में सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है. इसी कड़ी में मुस्लिम समुदाय ने संपत्ति की भरपाई के रूप में 6 लाख रुपए का चेक प्रशासन को सौंपा है. साथ ही माफी भी मांगी है.
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में मुस्लिम समुदाय के प्रबुद्ध लोगों ने जिला प्रशासन को पिछले सप्ताह शुक्रवार को नमाज़ के बाद शहर में हुई हिंसा से हुए नुकसान की भरपाई के रूप में 6.27 लाख रुपये की राशि का चेक सौंपा. साथ ही मुजफ्फरनगर के मौलानाओं ने हिंसा के लिए माफी भी मांगी है.
शुक्रवार को बुलंदशहर में हुई हिंसा में प्रशासन का एक वाहन जल गया था और कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे. पुलिस ने मामले में तीन एफआईआर दर्ज की हैं, जिसमें हिंसा के लिए 22 लोगों को नामजद किया गया है और इसमें 800 अज्ञात लोग भी शामिल हैं.
मुस्लिम समुदाय की ओर से कहा गया कि – ‘पूरे समुदाय ने एकजुट होकर फंड में योगदान दिया. हमने इसे पूरे समुदाय से टोकन के रूप में सरकार को सौंप दिया.
19 से 21 दिसंबर के बीच राज्य के कई हिस्सों में हिंसा भड़की थी. जिस उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि राज्य में सरकारी संपत्ति को जिसने नुकसान पहुंचाया है, उसकी संपत्ति जब्त की जाएगी और उनकी संपत्ति को बेचकर नुकसान की भरपाई की जाएगी. सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों की पहचान की जा रही है.