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संस्कार भारती के सिने टॉकीज़ 2024 के पोस्टर और वेबसाइट का आधिकारिक अनावरण

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मुंबई. संस्कार भारती के ‘सिने टॉकीज़ 2024’ का आधिकारिक पोस्टर और वेबसाइट (www.cinetalkies.in) को आज प्रसिद्ध फिल्म निर्माता बोनी कपूर जी की गरिमामय उपस्थिति में लॉन्च किया गया. इस अवसर पर भारतीय चित्र साधना के ट्रस्टी प्रमोद बापट भी उपस्थित थे. कार्यक्रम की शुरुआत संस्कार भारती, कोकण प्रांत के उपाध्यक्ष अरुण शेखर और भोजपुरी व हिंदी सिनेमा के निर्माता आनंद के सिंह द्वारा अतिथियों के स्वागत से हुई.

प्रमोद बापट जी ने थीम वुड्स टू रूट्स के चयन के लिए संस्कार भारती को बधाई दी, जो भारतीय रूट्स में अपने स्व की खोज के लिए विभिन्न क्षेत्रीय सिनेमा उद्योगों के एक साथ आने की बात करता है. उन्होंने फिल्मों और कहानी कहने में भारतीय सामग्री की प्रासंगिकता के बारे में युवाओं और पेशेवर फिल्म निर्माताओं के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए भारतीय चित्र साधना के प्रयासों का उल्लेख किया. प्रमोद जी ने कहा कि भारतीय कहानियाँ और किस्सागोई की प्रासंगिकता प्राचीन काल से ही रही है. कहानी सुनाना एक कला है जो हम भारतीयों ने दुनिया को सिखाई है. अब भारतीय फिल्म निर्माताओं के लिए अपनी जड़ों की ओर लौटने और नई कहानियों की खोज करने का समय आ गया है. भारतीय फिल्म उद्योग के पास आज दुनिया भर में भारत की छवि को एक सॉफ्ट पावर के रूप में चित्रित करने का एक बड़ा अवसर है.

प्रमोद बापट जी ने आशा व्यक्त की कि सिने टॉकीज़ ऐसे प्रयास बिरादरी और समाज के बीच विचारों के स्वस्थ आदान-प्रदान को बढ़ावा देने में सफल होंगे. बोनी कपूर जी ने उद्योगों में संवाद को बढ़ावा देने के लिए ऐसे कार्यक्रम करने पर संस्कार भारती को बधाई दी. उन्होंने कहा कि उद्योग में अपने 50 वर्षों के अनुभव से उन्होंने हमेशा अप्रत्यक्ष तरीके से भारतीय लोकाचार का पालन करने का प्रयास किया है. वह हमेशा अपनी फिल्मों में एक मजबूत महिला किरदार को चित्रित करने में विश्वास करते हैं. भारतीय सिनेमा और भारतीय कहानियां एक-दूसरे से जुड़ी हुई हैं. उन्होंने उल्लेख किया कि आज हम अत्याधुनिक तकनीकों के मिश्रण से अपनी कहानियों को बेहतर तरीके से बताने में सक्षम हैं.

उन्होंने कहा कि वह संस्कार भारती की इस मुहिम से जुड़े हैं जो सिने जगत के भारतीय परिप्रेक्ष्य को दर्शाता है. आज भारतीय सिनेमा को वैश्विक पहचान मिलने लगी है. यह इस बात से साबित होता है कि मूल रूप से तेलुगु फिल्म आरआरआर ने ऑस्कर जीता है. नए फिल्म निर्माताओं को पुराने फिल्म निर्माताओं से सीखने और भारतीय संस्कृति में निहित कहानियों की खोज करने की जरूरत है, जिन्हें दर्शक देखना पसंद करते हैं.

कार्यक्रम में प्रशंसित मराठी अभिनेता और फिल्म निर्माता सुनील बर्वे जी को ‘सिने टॉकीज़ 2024’ के संयोजक के रूप में घोषित किया गया. संस्कार भारती कोकण प्रान्त के संगठन मंत्री उदय शेवड़े ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया.

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