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शुद्ध भावना, समर्पण के साथ सेवा करने वाला एक ‘आधुनिक मंदिर’

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मुंबई (विसंकें). राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने कहा कि “जब मैं कॉलेज में था, तो मुझे आधुनिक तीर्थयात्रा पर एक पाठ पाठयक्रम में था. इसमें बताया गया था कि स्वतंत्र भारत के लोग कैसे प्रगति कर रहे हैं. इसी तरह, कुछ महानुभाव वर्तमान में सुवर्णा चैरिटेबल ट्रस्ट अस्पताल में काम कर रहे हैं. इसलिए यह अस्पताल निश्चित रूप से समाज को जागृत करने वालों के मामले में एक आधुनिक तीर्थस्थल है. यह एक ऐसा अस्पताल है जो शुद्ध भावना और समर्पण के साथ आम आदमी की सेवा करता है”.

सरसंघचालक जी रविवार, 23 जुलाई को शिमपोली में सुवर्णा चैरिटेबल ट्रस्ट के ‘धनकुंवरबेन बाबूभाई ढाकन अस्पताल’ और ‘रमाबेन प्रवीणभाई ढाकन कार्डियक सेंटर’ के उद्घाटन समारोह में संबोधित कर रहे थे.

उन्होंने कहा कि इस अस्पताल के निर्माण के पीछे कई लोगों की तपस्या है. कुछ ने कड़ी मेहनत से, कुछ ने धन से और कुछ ने समय के रूप में योगदान दिया है. अगर यह तपस्या जारी रहेगी, तभी तीर्थ की तीर्थयात्रा जारी रहेगी और यहां आने वाले सभी लोगों को पवित्र करती रहेगी. हर कोई इस तीर्थ के प्रति दयालु होगा.

सामाजिक परिप्रेक्ष्य पर कहा कि “समाज में अक्सर नकारात्मक चर्चाएं सुनने को मिलती हैं. लेकिन अगर देश की ओर देखें तो 40 गुना बेहतर चीजें हो रही हैं. आज के मनुष्य का समाज और राष्ट्रहित के प्रति नजरिया बदल गया है. पिछले वर्षों में जो बदलाव आया है, वह नजर आने लगा है. अब हमें एक दिशा में आगे बढ़ने की आवश्यकता है.”

प्रमुख अतिथि उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने अस्पताल के निर्माण की अवधारणा के लिए सुवर्णा चैरिटेबल ट्रस्ट के ट्रस्टी और भाजपा विधायक योगेश सागर की प्रशंसा की. उन्होंने कहा, “बात करना आसान है, लेकिन उसे अमल में लाना मुश्किल है. लेकिन योगेश जी ने इस काम को एक मिशन की तरह लिया और पूरा किया. इस अस्पताल में हर तरह की आधुनिक मशीनरी की जरूरत है. ऑपरेशन थिएटर भी आधुनिक है. आमतौर पर गरीबों के लिए जनरल वार्ड की व्यवस्था होती है, लेकिन इस अस्पताल में जनरल वार्ड की कोई अवधारणा नहीं है, लेकिन गरीब से लेकर अमीर तक सभी के लिए एक विशेष वार्ड है. इस अवधारणा का पूरा श्रेय योगेश जी को जाता है. हर वार्ड वातानुकूलित है. इस भवन के निर्माण के पीछे का उद्देश्य केवल गरीबों की सेवा करना है.”

एक स्वयंसेवक क्या होता है, इसे योगेश जी द्वारा समर्पण की भावना से बनाए गए अस्पताल के माध्यम से देखा जा सकता है.

कार्यक्रम के दौरान बाबूभाई ढाकन, भूपेशभाई ढाकन, उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल राम नाईक, विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर, सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे. इस अवसर पर सरसंघचालक जी को चित्रकार पुरूषोत्तम पवार निर्मित डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार जी का चित्र प्रदान किया गया.

 

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