शिमला. राजधानी शिमला के विकासनगर स्थित सरस्वती विद्या मंदिर में आयोजित भारतीय किसान संघ के दो दिवसीय त्रैवार्षिक अधिवेशन के समापन अवसर पर अ. भा. संगठन मंत्री दिनेश कुलकर्णी जी ने कहा कि हिमालयन क्षेत्र को ध्यान में रखते हुए कृषि नीति बनाई जाए. पहाड़ों में लोग वर्तमान में कृषि को छोड़ रहे हैं और वह अन्य रोजगार के लिए मैदानी क्षेत्रों में जा रहे हैं. जिससे आने वाले समय में यह कृषि क्षेत्र के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है. पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले किसानों के लिए ठोस नीति बनाई जाएगी तो उन्हें कृषि से संबंधित होने वाली परेशानियों का सामना नहीं करना पडेगा. किसानों को विश्वास हो जाए तो वह सब कुछ कर सकता है. लेकिन वर्तमान में हरित कृषि क्रांति के कारण कृषि की कहानी और ही है और कृषि के क्षेत्र में होने वाले अंधाधुंध कीटनाशकों के प्रयोग से जमीन और जहरीली हो रही है. किसानों को बीज और खाद खरीदना भी बहुत महंगा साबित हो रहा है. उन्होंने कार्यक्रम के दौरान पुरातन भारतीय परंपरा के अनुसार गौ आधारित जैविक कृषि को अपनाने पर बल दिया.
06 दिसंबर को अधिवेशन के समापन अवसर पर हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे. उन्होंने भी भारतीय किसान संघ द्वारा रखी गई बातों का समर्थन किया और हिमालयन क्षेत्र में कृषि नीति बनाने को लेकर प्रयास करने का भी आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि वर्तमान भारतीय संदर्भ में कृषि नीति को आगे बढ़ाने की जरूरत है और आज मैं प्रसन्न हूं कि भारतीय किसान संघ द्वारा इस दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं. लार्ड मैकाले की शिक्षा नीति का ही परिणाम है कि रंग रूप से तो हम अपने आपको भारतीय मान रहे हैं, लेकिन मन में कहीं ना कहीं हम पाश्चात्य संस्कृति का ही अनुसरण कर रहे हैं, जिसे बदलने की आवश्यकता है.
भारतीय किसान संघ के अधिवेशन के दौरान आगामी तीन वर्षों के लिए नई कार्यकारिणी का भी निर्वाचन हुआ. जिसमें केन्द्र की ओर से निर्वाचन अधिकारी भुवन बिक्रम डबराल जी उपस्थित रहे.
कृषि विशेषज्ञ डॉ. सोमदेव शर्मा जी को सर्वसम्मति से प्रदेश अध्यक्ष चुना गया. इसके साथ ही सफल बागवान और रोहड़ू से संबंध रखने वाले सुरेश ठाकुर को प्रदेश महामंत्री चुना गया. जिला ऊना से संबंधित दिलबाग सिंह को प्रांत कोषाध्यक्ष, रोशनलाल चौधरी और कर्म सिंह सैणी को प्रांत उपाध्यक्ष, कृषि वैज्ञानिक डॉ. जयदेव, उमेश सूद और भूपेंद्र राणा को प्रान्त मंत्री, डॉ. नरेंद्र कायथ कार्यालय मंत्री और हरिराम पवार को प्रान्त संगठन मन्त्री, ममता शर्मा को प्रांत महिला प्रमुख, जयसिंह ठाकुर प्रान्त प्रचार प्रमुख और अधिवक्ता अजीत सिंह सकलानी को प्रान्त युवा प्रमुख, बलवीर ठाकुर को प्रांत जैविक प्रमुख, भगत राम पटियाल सदस्य और डॉ. सुभाष शर्मा को कृषि आर्थिकी शोध प्रमुख की जिम्मेदारी सौंपी गई.
कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न जिलों के कृषि क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले किसानों और भारतीय किसान संघ के 1980 के दशक से जुड़े ज्येष्ठ कार्यकर्ताओं को भी राज्यपाल द्वारा सम्मानित किया गया.