नई दिल्ली. चीन ने कोविड के बढ़ते संक्रमण के बीच दैनिक आधार पर कोविड संक्रमण के मामले प्रकाशित करने पर रोक लगा दी है. रिपोर्ट्स के अनुसार, इस महीने के पहले सप्ताह में जीरो कोविड नीति में ढील दिए जाने के बाद केवल 20 दिनों में लगभग 25 करोड़ लोगों में कोविड संक्रमण की पुष्टि हुई है. पहली से 20 दिसंबर तक 24 करोड़ 80 लाख लोग संक्रमित हुए. यह चीन की कुल आबादी का 17.65 प्रतिशत है. चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने अब निर्णय किया है कि कोविड संबंधी दैनिक आंकड़े प्रकाशित नहीं किए जाएंगे. चीन में अस्पताल और शव गृह खचाखच भरे हैं. इस बीच विशेषज्ञों ने आशंका व्यक्त की है कि अगले वर्ष चीन में कोविड से 20 लाख से अधिक लोगों की मौत हो सकती है. चीन में कोविड का नया रूप बीएफ 7 तेजी से फैल रहा है.
चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने कोविड-19 संबंधी आंकडों का दैनिक प्रकाशन बंद किया है. कड़े प्रतिबंधों में अचानक ढील देने के बाद से संक्रमण में आई तेजी के कारण आंकड़ों की विश्वसनीयता के बारे में प्रश्न उठने लगे थे. आयोग ने कहा कि संदर्भ और अनुसंधान के उद्देश्य से कोविड से संबंधित जानकारी का प्रकाशन चीन के रोग नियंत्रण और निवारण केंद्र द्वारा किया जाएगा. संक्रमण में रिकार्ड तेजी के बावजूद राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने आंकड़ों पर रोक लगाने से पहले लगातार चार दिन तक कोविड से चीन में होने वाली किसी भी मौत की खबर नहीं दी थी.
इससे पहले, चीन ने कोविड से होने वाली मृत्यु की सूचना देने की अपनी परिभाषा में बदलाव करते हुए कोविड से होने वाले निमोनिया या श्वास रूकने से होने वाली मौतों को ही इसमें शामिल किया था.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चीन की स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली पर जबर्दस्त दवाब है. बीमार कर्मचारियों से भी काम करने को कहा जा रहा है. ग्रामीण इलाकों में जमीनी स्तर पर सहायता के लिए सेवानिवृत्त स्वास्थ्य कर्मियों की फिर से सेवाएं ली जा रही हैं.
चीन द्वारा प्रतिबंधों में ढील दिए जाने के बाद से विश्व स्वास्थ्य संगठन को कोविड के कारण अस्पतालों में भर्ती हुए नए रोगियों के बारे में चीन से कोई आंकड़े प्राप्त नहीं हुए हैं. संगठन का कहना है कि विश्व का सबसे अधिक आबादी वाला देश होने के कारण चीन के अधिकारियों को आंकड़े इकट्ठे करने में कठिनाई आ रही है.
चीन ने बढ़ते कोविड संक्रमण के बीच, कम से कम पांच सौ डॉक्टर और नर्सों को राजधानी पेइचिंग के अस्पतालों में भेजा है. इनमें से कुछ स्वास्थ्यकर्मी गम्भीर रूप से बीमार मरीजों के उपचार में विशेषज्ञता रखते हैं. ये अस्पताल बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण दवाब में कार्य कर रहे हैं. पूर्वी चीन के शैन्डोंग प्रांत और जियांग्सू से इन स्वास्थ्यकर्मियों को भेजा गया है, जबकि इन प्रांतों में ही अस्पताल, स्वास्थ्यकर्मियों की कमी से जूझ रहे हैं. राजधानी पेइचिंग में बड़ी संख्या में लोग कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं.
इनपुट साभार – न्यूज-ऑन-एयर