करंट टॉपिक्स

अपनी बीमारी भूल समाज के रोगोपचार में लगे रहे महावीर जी – डॉ. कृष्णगोपाल जी

वरिष्ठ प्रचारक महावीर जी के श्रद्धांजलि समारोह में रुदनकण्ठों से यशगान हजारों गणमान्यों व सामाजिक संगठनों ने आज के दधीचि को याद किया मानसा, पंजाब...

सबके ‘वीर’ महावीर जी पंचतत्व में विलीन

सरकार्यवाह सहित वरिष्ठ कार्यकर्ताओं, हजारों स्वयंसेवकों, नागरिकों ने दी श्रद्धांजलि महावीर जी कहते थे, सुबह जल्दी उठो तो दिन 36 घंटों का हो जाता है...

वरिष्ठ प्रचारक महावीर जी का हृदयाघात से चंडीगढ़ में निधन

राष्ट्रीय स्वयंसेवक के वरिष्ठ प्रचारक एवं अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य महावीर जी का हृदयाघात के कारण 24 अक्तूबर को पीजीआई चंडीगढ़ में निधन हो...

सिक्खों की अपनी अलग पहचान और धर्म है – बृजभूषण सिंह बेदी

सिक्ख धर्म और गुरूबाणी के प्रति संघ रखता है पूर्ण श्रद्धा एवं आस्था जालन्धर (विसंकें). सिक्ख भी जैन और बौद्ध की भांति ही एक सामाजिक-धार्मिक...

 दुखद समाचार ! राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ – पंजाब

लुधियाना. लुधियाना के शिवपुरी क्षेत्र में लगने वाली राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखा के मुख्य शिक्षक रविन्द्र गोसाई जी की आज प्रातः शाखा से वापस...

भगवान राम एक पंथ के नहीं, अपितु समस्त राष्ट्र के आदर्श पुरुष – चम्पत राय जी

तरनतारन (पंजाब). विश्व हिन्दू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय महामंत्री चम्पत राय जी ने कहा कि यूं तो भारत के महान पुरुषों एवं मनीषियों ने समय-समय पर...

पहली बरसी पर ब्रिगेडियर जगदीश गगनेजा जी को याद किया

जालन्धर (विसंकें). लाडोवाली रोड पर स्थित सर्वहितकारी विद्या मंदिर में स्व. ब्रिगेडियर जगदीश गगनेजा जी की पहली बरसी पर हवन यज्ञ एवं श्रद्धांजलि कार्यक्रम सम्पन्न...

स्वदेशी जागरण मंच ने पूरे वर्ष को चाइना के विरुद्ध जागरण के रूप में लिया है

लुधियाना (विसंकें). राष्ट्रीय स्वदेशी सुरक्षा अभियान समिति, लुधियाना की तरफ से एक जन जागरण गोष्ठी का आयोजन किया गया. जिसमें शहर से चार्टर्ड अकाउंटेंट, एडवोकेट्स,...

अमेरिका की भांति ‘बाय इंडिया एक्ट’ बनाए केंद्र सरकार – आरपी सिंह

सामरिक क्षेत्रों में चीनी कंपनियों की उपस्थिति देश की सुरक्षा को खतरा जालंधर (विसंकें). जिस तरह अमेरिका ने ‘बाय अमेरिका एक्ट-1933’ बना कर वहां के...

नए भारत को विश्व में सम्मान दिलवाने में अपनी भूमिका निभाए मीडिया – हितेश शंकर जी

जालंधर (विसंकें). हिन्दी साप्ताहिक पाञ्चजन्य के संपादक हितेश शंकर जी ने कहा कि भारत जितना प्राचीन है, उतना नवीन भी और वर्तमान में सदियों के...