करंट टॉपिक्स

गीता से बन सकती है सबको अपना मानने की प्रकृति : प.पू. सरसंघचालक

5 हजार 1 सौ 51 वर्ष भगवद्गीता के पूरे हुये और हमारे विदेशी दिनदर्शिका में प्रतिवर्ष गीता जयंती है. आज भी अपने देश में सर्वत्र...

इतिहास बदलकर भारत को तोड़ने में लगी हैं चर्च-पोषित संस्थायें

लगभग चार वर्ष पूर्व 'ब्रेकिंग इंडिया' पुस्तक ने 'अफ्रो-दलित' विषय को पहली बार उजागर किया था. बाद में भी इस संदर्भ में कई घटनायें घटीं....

आध्यात्मिक बने बिना आजादी असंभव: दादा वासवानी

विजयादशमी समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में साधु वासवानी मिशन के अध्यक्ष दादा वासवानी जी को आमंत्रित किया गया था, लेकिन स्वास्थ्य कारणों के...

एकात्म मानव दर्शन – पंडित दीनदयाल उपाध्याय

आज स्वतंत्रता-प्राप्ति के 66 वर्ष उपरान्त भी भारत के सामने एक महत्वपूर्ण प्रश्न बना हुआ है कि सम्पूर्ण जीवन की रचनात्मक दृष्टि से कौन-सी दिशा...