करंट टॉपिक्स

31 मार्च – लोहंडीगुड़ा गोलीकांड और जनजातियों के अधिकारों के लिए बस्तर के महाराजा का बलिदान

31 मार्च, 1961 का दिन, बस्तर के इतिहास में काले अक्षरों में लिखा गया है। तत्कालीन मध्य प्रदेश सरकार ने लोहंडीगुड़ा में निर्दोष जनजातियों पर...

दुनिया भर में फैले स्वयंसेवकों को एक सूत्र में जोड़ने वाले चमनलाल जी

25 मार्च/जयंती दुनिया भर में फैले स्वयंसेवकों को एक सूत्र में जोड़ने वाले चमनलाल जी का जन्म 25 मार्च, 1920 को ग्राम सल्ली (स्यालकोट, वर्तमान...

औरंगजेब के मंसूबों को ध्वस्त करने वाली छत्रपति शिवाजी महाराज की पुत्रवधु वीरांगना ताराबाई भोंसले

ताराबाई भोंसले न केवल भारत वरन् विश्व की अद्भुत एवं अद्वितीय वीरांगना हैं। वह छत्रपति शिवाजी महाराज की पुत्रवधु, छत्रपति राजाराम की धर्मपत्नी थीं। उन्होंने...

कर्मयोगी कामेश्वर

श्री कामेश्वर चौपाल एक ऐसे व्यक्तित्व का नाम है जो आजीवन संपूर्ण हिन्दू समाज की एकात्मता, सामाजिक समरसता और हिन्दू संस्कृति के प्रसार के लिए...

संपूर्ण जंबू द्वीप की प्राचीन संस्कृति में भील समाज

रमेश शर्मा संपूर्ण जंबू द्वीप की प्राचीन संस्कृति में भील समाज की उपस्थिति मिलती है। राष्ट्र और संस्कृति रक्षा के लिये समर्पित भील समाज का...

देश-धर्म के लिए गुरु पुत्रों का बलिदान प्रेरणादायक

भारत में देश, धर्म और संस्कृति के लिए समर्पण एवं बलिदान की एक गौरवपूर्ण परंपरा रही है जो संपूर्ण विश्व में कहीं ओर दिखाई नहीं...

जनजाति संस्कृति के संरक्षक मामा बालेश्वर दयाल

भारत में सब ओर विविधता दिखाई देती है. शहर से लेकर गाँव, पर्वत, वनों तक में लोग निवास करते हैं. मध्य प्रदेश और गुजरात की...

मुगल आक्रांता अकबर की सेना को हराने वाले राणा पूंजा भील

स्वाधीनता संग्राम का इतिहास केवल ब्रिटिश सत्ता के विरुद्ध संघर्षों के रूप में ही देखा जाता है, लेकिन ब्रिटिश/यूरोपीय ईसाइयों के आने के पूर्व भी...

गोंडवाना की वीरांगना धाय मां इमरती देवी का समर्पण

भारत के महान जनजातीय सम्राट संग्राम शाह ने 15वीं शताब्दी में गढ़ा कटंगा में वृहत गोंडवाना साम्राज्य का निर्माण किया और कालिंजर के राजा कीरत...

भारत के स्वाधीनता संग्राम में संघर्ष करने वाली जनजाति वीरांगनाओं की गाथा

भारत के स्वाधीनता संग्राम में देश के सभी वर्गों के लोगों ने अपनी भूमिका निभाई थी, और इसमें जनजाति समाज भी पीछे नहीं रहा. स्वाधीनता...