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अमीरचंद जी की पुण्यतिथि पर उत्सव आयोजन ही सच्ची श्रद्धांजलि – अभिजीत गोखले

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नेशन फर्स्ट कलेक्टिव ने कलार्षि “श्री अमीरचंद जी” की  पुण्यतिथि पर “अमीरोत्सव” का आयोजन किया 

मुंबई/ दिल्ली. नेशन फर्स्ट कलेक्टिव, क्रिएटिव कलेक्टिव ट्रस्ट का एक प्रभाग, ने संस्कार भारती के महामंत्री “कला ऋषि” अमीरचंद जी की पुण्यतिथि पर सांस्कृतिक कार्यक्रम “अमीरोत्सव” का आयोजन किया. अमीरचंद जी का पिछले साल अरुणाचल प्रदेश के तवांग में निधन हो गया था. अमीरोत्सव में प्रसिद्ध मराठी निर्देशक राजदत्त, फिल्म निर्देशक सुभाष घई, प्रसिद्ध अभिनेता, गायक एवं सांसद मनोज तिवारी, अखिल भारतीय संगठन मंत्री अभिजीत गोखले, राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के पूर्व निदेशक पद्मश्री वामन केंद्रे एवं  गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे.

नेशन फर्स्ट कलेक्टिव के समन्यवक आकाशादित्य लामा ने बताया कि  “दिवंगत कला ऋषि को श्रद्धांजलि के रूप में, नेशन फर्स्ट कलेक्टिव (एनएफसी) ने अमीरचंद जी के नाम पर एक पुरस्कार का गठन किया है, जो इस वर्ष से शुरू होने वाले हर वर्ष सांस्कृतिक क्षेत्र से महान उपलब्धि हासिल करने वालों को दिया जाएगा”. जो इस वर्ष महाराष्ट्र के वारली जनजाति से प्रतिष्ठित तर्पा वादक भिकल्या लडक्या ढिंडा जी को दिया गया. साथ ही अमीरचंद जी  के जीवन पर आधारित एक पुस्तक का भी विमोचन किया गया.

अमीरचंद जी की प्रथम पुण्यतिथि पर आयोजित “अमीरोत्सव” को सम्बोधित करते हुए अखिल भारतीय संगठन मंत्री अभिजीत गोखले ने कहा कि “ये शोक सभा नहीं, वरन एक उत्सव है क्योंकि अमीरचंद जी भव्यता के उपासक थे और कला को पुर्नस्थापित करने में उन्होंने सम्पूर्ण जीवन दिया है. अतः उनके सम्मान में प्रतिवर्ष ऐसे ही उत्सव स्वरूप भविष्य में कार्यक्रम आयोजित करना, उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी.”

वरिष्ठ मराठी निर्देशक राजदत्त ने कहा “अमीरचंद कहीं नहीं गए हैं. वरन उनके विचार और मार्गदर्शन सदैव हमारे बीच है और रहेगा.” वामन केंद्रे ने कहा कि अमीरचंद जी कहा करते थे – कला एवं संस्कृति से ही भारत विश्वगुरु बनेगा. सुभाष घई ने कहा कि वो अमीरचंद जी से मिलने के बाद से उनके एवं कार्यों के प्रति समर्पित हैं.

मनोज तिवारी ने बताया कि कल्चर मैपिंग के सन्दर्भ में अमीरचंद जी की दूरदृष्टि से कलाकारों के संयोजन एवं संवर्धन, विशेषकर कोरोना काल में आर्थिक सहायता के रूप एक महान कार्य हुआ.

कार्यक्रम में गायक संजीव कोहली, शास्त्रीय नर्तक, संगीत नाटक पुरस्कार विजेता, नर्तक राजश्री शिर्के और पुरस्कार विजेता तर्पा वादक 86 वर्षीय भिकल्या लडक्या ढिंडा द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुति दी गई. पद्मश्री फिल्म निर्माता प्रियदर्शन, अभिनेता अनुपम खेर, पद्मश्री शास्त्रीय गायक वासिफुद्दीन डागर, संतूर वादक अभय सपोरी, पद्मश्री गायक अनूप जलोटा, संगीत नाटक अकादमी की अध्यक्ष डॉ. संध्या पुरेचा, बांसुरी वादक चेतन जोशी, आईजीएनसीए सदस्य सचिव सच्चिदानंद जोशी, बैरिस्टर और पूर्व सूचना एवं प्रसारण मंत्री की बेटी बांसुरी स्वराज, सुपवा के कुलपति गजेंद्र चौहान, और प्रसिद्ध वीओ कलाकार हरीश भिमानी, फिल्म निर्देशक और संपादक राहुल रवैल, गीतकार समीर अंजान, संजय पूरन सिंह चौहान और अनंत विजय (लेखक और वरिष्ठ पत्रकार) जैसे संस्कृति के विभिन्न क्षेत्रों के अभिनेता, निर्देशक, लेखक और दिग्गजों  ने कार्यक्रम के लिए अपने वीडियो संदेश भेजे.

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