नई दिल्ली. देश में ओमिक्रॉन वेरिएंट के बढ़ते मामलों को लेकर केंद्र सरकार ने राज्यों को अलर्ट जारी किया है. गुरुवार को एक ही दिन में देश भर में रिकॉर्ड 84 नए मामले सामने आए. इसके साथ ही देश में ओमिक्रॉन वैरिएंट के कुल मामले बढ़कर 341 पार हो गए हैं. इससे पहले बुधवार को ही ओमिक्रॉन के केसों ने 200 का आंकड़ा पार किया था. सबसे अधिक केस तमिलनाडु में मिले हैं, जहां एक साथ 33 लोग संक्रमित पाए गए. इसके अलावा महाराष्ट्र में 23 और कर्नाटक में 12 नए केस मिले हैं. इसके अलावा गुजरात और दिल्ली में 7-7 नए केस पाए गए हैं. वहीं ओडिशा में भी दो नए केस दर्ज हुए हैं.
महाराष्ट्र ओमिक्रॉन वैरिएंट से प्रभावित राज्यों में सबसे आगे है. यहां अब तक 88 केस मिल चुके हैं. इसके बाद दूसरे नंबर दिल्ली है, जहां कुल 64 केस मिले हैं. इसके अलावा तेलंगाना में 38 और तमिलनाडु में 34 केस मिल चुके हैं. ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों को देखते हुए कुछ राज्यों ने नाइट कर्फ्यू की घोषणा कर दी है.
इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्य सरकारों को पत्र लिखकर सतर्क किया है कि मौजूदा वैज्ञानिक प्रमाण बताते हैं कि ओमिक्रॉन, डेल्टा वेरिएंट के मुकाबले कम से कम तीन गुना ज्यादा संक्रामक है. जिसके चलते राज्यों को आवश्यक कदम उठाने चाहिएं….
- स्थानीय और जिला स्तर पर अधिक दूरदर्शिता, आंकड़ों का विश्लेषण, जल्द निर्णय और सख्त कार्रवाई करने की आवश्यकता है.
- जिन जिलों में संक्रमण दर 10 फीसदी से अधिक है या जिन जिलों में कोविड अस्पतालों के 40 फीसदी से अधिक बेड भर चुके हैं, वहां निगरानी और टेस्टिंग बढ़ाया जाना चाहिए.
- ऐसे जिलों के अस्पतालों में कोविड-19 से जुड़ी सभी उपलब्ध सुविधाएं सुनिश्चित की जानी चाहिए.
- रोकथाम के कड़े उपाय अपनाएं और आवश्यकता के अनुसार स्थानीय स्तर पर नाइट कर्फ्यू जैसे प्रतिबंध भी लगाएं. इसके अलावा बड़ी गैदरिंग पर रोक और शादी जैसे समारोहों में लोगों की संख्या को कम करें.
- कोविड-19 से प्रभावित आबादी और इसके भौगोलिक प्रसार के बारे में मिल रहे आंकड़ों की लगातार समीक्षा होनी चाहिए.
- अस्पताल के बुनियादी ढांचे, मैन-पावर और आइसोलेशन जोन को नोटिफाई करने की भी जल्द समीक्षा की जानी चाहिए.
- टेस्टिंग और सर्विलांस के तरीकों में सभी कोविड पॉजिटिव लोगों का कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग (संपर्क में आए लोगों की खोज) अनिवार्य है.
- स्वास्थ्य मंत्रालय के पत्र के अनुसार, देश में डेल्टा वेरिएंट देश के विभिन्न हिस्सों में अब भी मौजूद है. डेल्टा वेरिएंट देश में कोविड की दूसरी लहर के लिए जिम्मेदार माना गया था.
- राज्यों को टीकाकरण बढ़ाने के साथ 100 फीसदी वैक्सीनेशन कवरेज के लक्ष्य को पूरा करने को कहा गया है.
- जिन जगहों पर एक साथ कई केस मिले, वहां सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए तुरंत भेजने का निर्देश दिया गया है.