जयपुर. मातृभूमि की रक्षा और स्वाभिमान के लिए सर्वस्व न्यौछावर करने वाले वीर साहसी व शौर्य के प्रतीक महाराणा प्रताप की विशाल, आकर्षक प्रतिमा, उनकी जयंती के अवसर पर जयपुर से अयोध्या में स्थापित करने के लिए पुष्पवर्षा के बीच रवाना की गई.
जयपुर में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक डॉ. शैलेंद्र, राजसमंद सांसद दीया कुमारी, बाल संरक्षण आयोग की पूर्व अध्यक्ष मनन चतुर्वेदी सहित कई प्रमुख सामाजिक हस्तियों ने प्रतिमा के समक्ष पुष्पांजलि अर्पित कर पूजा-अर्चना की. इसके बाद सज्जित वाहन से प्रतिमा अयोध्या के लिए रवाना की गई. प्रसिद्ध धार्मिक नगरी अयोध्या के सरयू तट पर स्थापित होने के बाद प्रतिमा का अनावरण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे. प्रतिमा का निर्माण अखिल भारतीय क्षत्रिय कल्याण परिषद ने करवाया है.
प्रतिमा के मूर्तिकार महावीर भारती ने बताया कि यह प्रतिमा महाराणा प्रताप की कदकाठी के अनुसार बनाई गई है, जिसमें उनका तेज, रौबीला चेहरा, चौड़ा सीना, मजबूत बाजू, योद्धा की पोशाक सहित चेतक को बहुत फुर्तीला दिखाया गया है. पूरे कवच सहित युद्ध के लिए तैयार लॉस्ट वैक्स प्रोसेस से बनी प्रतिमा का वजन 1500 किग्रा व इसकी ऊंचाई 12 फीट है. इसे बनाने में लगभग 6 माह लगे हैं. मेटेलिक कलर के साथ पूरी प्रतिमा लेमिनेशन की गई है.
उल्लेखनीय है कि भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के साथ-साथ राष्ट्र निर्माण भी हो रहा है. इसी कड़ी में राष्ट्र स्वाभिमान के प्रतीक महाराणा प्रताप की प्रतिमा अयोध्या सर्किट में स्थापित की जाएगी. प्रतिमा को जयपुर के शिल्पकारों ने बड़ी बारीकी से तैयार किया है. यह प्रतिमा चेतक पर बैठे महाराणा प्रताप की अब तक बनी प्रतिमाओं से कुछ अलग है.
झालावाड़ में गाडि़या लोहार परिवारों ने किया महाराणा प्रताप की प्रतिमा का अनावरण
झालावाड़. महाराणा प्रताप जयंती के अवसर पर शहर के शुभम होम्स कॉलोनी में महाराणा प्रताप की चेतक पर सवार साढ़े नौ फीट की प्रतिमा का अनावरण गाड़िया लोहार परिवार ने किया. महाराणा प्रताप चेतक की यह मूर्ति झालावाड़ शहर की प्रथम प्रतिमा है.
कार्यक्रम सर्वप्रथम पूजा अर्चना के साथ शुरू हुआ. इसके बाद गाड़िया लोहार के पांच परिवारों ने मूर्ति का अनावरण किया. इससे पहले मानव सेवा समिति के अध्यक्ष शैलेंद्र यादव और पार्षद नरेंद्र सिंह राजावत ने अपनी टीम की ओर से इन परिवारों का तिलक लगाकर माला पहनाकर सम्मान किया और सभी को शाल व महाराणा प्रताप की तस्वीर भेंट की.
वार्ड संख्या 29 में शुभम होम्स कॉलोनी में बेसमेंट का निर्माण करा यह मूर्ति स्थापित की. महाराणा प्रताप पूरे देश में शौर्य के प्रतीक के रूप में जाने जाते हैं. ऐसे में झालावाड़ शहर में कोई मूर्ति नहीं है. इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों ने भी भाग लिया.
गाड़िया लोहार परिवारों का सम्मान का पहला अवसर है
यह पहला अवसर है, जब महाराणा प्रताप की सेना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले गाड़िया लोहार परिवारों को मूर्ति अनावरण का अवसर मिला है. अनावरण कार्यक्रम में आए गड़िया लोहार परिवार के सदस्य हीरालाल ने बताया कि आज उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा है. उनके हाथों से अनावरण का यह पहला अवसर झालावाड़ में मिला है. हीरालाल ने तो यहां तक कह दिया कि पूरे राजस्थान में ही उनको सम्मान देने का यह पहला आयोजन है.
ग्लास व फाइबर से निर्मित महाराणा प्रताप की मूर्ति जयपुर में बनवाई गई है. इसका निर्माण फाइबर और ग्लास से हुआ है. इसके चलते यह मूर्ति काफी आकर्षक है.